JDU withdraws support from BJP Govt : मणिपुर में नीतीश कुमार ने BJP को दिया बड़ा झटका.. सरकार से वापस लिया समर्थन, NDA से तोड़ा नाता

JDU withdraws support from BJP Govt : मणिपुर में नीतीश कुमार ने BJP को दिया बड़ा झटका.. सरकार से वापस लिया समर्थन, NDA से तोड़ा नाता |

  •  
  • Publish Date - January 22, 2025 / 04:48 PM IST,
    Updated On - January 22, 2025 / 04:48 PM IST

इंफाल। JDU withdraws support from BJP Govt : मणिपुर के हालात अभी कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं। कांग्रेस लगातार मणिपुर हिंसा पर मोदी सरकार को घेरती नजर आ रही है। तो वहीं मणिपुर में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल भी उठ रहे हैं। अभी भी मणिपुर में हालात उतने सामान्य नहीं हैं। मणिपुर हिंसा के मामले में बीजेपी अभी भी चुप्पी साधे हुए है। ऐसे में अब मणिपुर में नीतीश कुमार की पार्टी ने बीजेपी को तगड़ा झटका दे दिया है। मणिपुर सरकार से नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने समर्थन वापस लेने का फैसला किया है।

read more : Sharab Bandi Latest News: दो महीने बाद इन इलाकों में शराबबंदी.. बिक्री पर पूरी तरह रोक, सामने आने लगी नेताओं की प्रतिक्रियाएं

मणिपुर में बीजेपी से जेडीयू ने लिया समर्थन वापस

बता दें कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल (यूनाइटेड) ने मणिपुर में एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार से समर्थन वापस ले लिया है इससे मणिपुर में भाजपा सरकार को झटका लगा है। मणिपुर में जदयू के कुल छह विधायक हैं। हालांकि इनमें से पांच विधायक पहले ही भाजपा में शामिल हो गये थे। अब जदयू के पास केवल एक विधायक थे, अब उसने भी अपना समर्थन वापस ले लिया है। अब इसके एकमात्र विधायक विपक्ष की बेंच पर बैठेंगे। हालांकि इस घटनाक्रम का सरकार की स्थिरता पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन यह एक कड़ा संदेश है क्योंकि जेडीयू केंद्र और बिहार में भाजपा की प्रमुख सहयोगी है।

 

बता दें कि मणिपुर की जेडीयू इकाई के प्रमुख केएस बीरेन सिंह ने राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को पत्र लिखकर इस घटनाक्रम की जानकारी दी है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि फरवरी/मार्च, 2022 में मणिपुर विधानसभा के लिए हुए चुनाव में जनता दल (यूनाइटेड) द्वारा खड़े किए गए छह उम्मीदवारों को वापस कर दिया गया।

मणिपुर में सीटों का समीकरण

बता दें कि साल 2022 विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने राज्य की छह सीटें जीतीं। हालांकि, पांच महीनों बाद छह में से पांच विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास फिलहाल 37 विधायक हैं। इसे नगा पीपुल्स फ्रंट के पांच विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिससे इसे आरामदायक बहुमत मिल गया है।

 

 

जेडीयू ने मणिपुर सरकार से समर्थन क्यों वापस लिया?

मणिपुर में जनता दल (यूनाइटेड) ने भाजपा सरकार से अपना समर्थन वापस लिया है। इसका कारण मणिपुर में बढ़ती हिंसा और सुरक्षा की स्थिति है, जिससे जेडीयू ने सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का फैसला किया।

क्या इस घटनाक्रम से मणिपुर सरकार की स्थिरता पर असर पड़ेगा?

इस घटनाक्रम का मणिपुर सरकार की स्थिरता पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि भाजपा के पास पहले से ही पर्याप्त बहुमत है, लेकिन यह एक कड़ा संदेश है।

मणिपुर विधानसभा में जेडीयू के कितने विधायक थे?

मणिपुर विधानसभा में जेडीयू के कुल छह विधायक थे, जिनमें से पांच विधायक पहले ही भाजपा में शामिल हो गए थे, और अब केवल एक विधायक ने अपना समर्थन वापस लिया है।

बीजेपी के पास मणिपुर विधानसभा में कितने विधायक हैं?

मणिपुर विधानसभा में भाजपा के पास फिलहाल 37 विधायक हैं, जिन्हें नगा पीपुल्स फ्रंट के पांच विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिससे भाजपा को आरामदायक बहुमत प्राप्त है।

नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की स्थिति अब क्या है?

अब जेडीयू के पास मणिपुर विधानसभा में केवल एक विधायक बचा है, जो विपक्ष की बेंच पर बैठेंगे।