रांची: NHM Employees Salary देशभर में संविदा कर्मचारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं-सहायिकाओं और NHM वर्कर्स के नियमितीकरण का मुद्दा गरमाते जा रहा है। इसके साथ ही ये सभी कर्मचारी वेतन वृद्धि की भी मांग कर रहे हैं। लेकिन इस बीच खबर आ रही है कि NHM वर्कर्स को रक्षाबंधन की सौगात मिली है। इस सौगात के बाद NHM वर्कर्स की खुशियां दोगुनी हो गई है। बता दें कि इस संबंध में प्रशासन की ओर से निर्देश जारी कर दिया है।
NHM Employees Salary दरअसल झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने NHM कार्यकर्ताओं को रक्षाबंधन की सौगात देते हुए अनुबंध अवधि को मार्च 2025 तक बढ़ा दिया है। इसके साथ ही कर्मचारियों के मानदेय में भी बढ़ोतरी करने का फैसला लिया गया है। बताया जा रहा है कि सरकार के इस फैसले के बाद NHM कर्मचारियों के मानदेय में करीब 8 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होगी। यह फैसला मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित झारखंड रूरल हेल्थ मिशन सोसायटी के एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक में लिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार एग्जीक्यूटिव कमेटी ने निर्णय लिया है कि एनएचएम, झारखंड के अधीन कार्यरत सभी कर्मियों को एनुअल इंक्रीमेंट का आधार उनका परफॉरमेंस होगा। परफॉरमेंस के आधार कर्मियों को अधिकतम 8 प्रतिशत और न्यूनतम 5 प्रतिशत एनुअल इंक्रीमेंट दिया जाएगा। इसका लाभ प्रखंड, जिला एवं राज्य मुख्यालय स्तर पर कार्यरत सभी कर्मियों को दिया जाएगा। प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह की ओर से इस बाबत निर्देश जारी कर दिया गया है।
उन्होंने आदेश में स्पष्ट किया है कि जिन कर्मियों को विगत 3-5 वर्षों तक कार्य के आलोक में 10 प्रतिशत बोनस मिला था, उन्हें 5 वर्ष पूरा होने पर शेष 5 प्रतिशत देय होगा। जबकि, 5 वर्ष पूरा होने पर जिन्हें 15 प्रतिशत बोनस मिल चुका है और उनके मानदेय में यह राशि जोड़ी जा चुकी है, उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा। साथ जिन कर्मियों के द्वारा एनएचएम में ही एक पद से दूसरे पद पर योगदान दिया गया है, उन्हें नए पद में कार्यरत अवधि के अनुसार बोनस मिलेगा। पद विशेष पर योगदान की तिथि को कट ऑफ डेट माना जाएगा।
नेशनल हेल्थ मिशन, झारखंड के तहत अनुबंध आधारित विभिन्न पदों पर लगभग 12000 कर्मी कार्यरत हैं। उक्त 12000 कर्मियों में से लगभग 5000 ऐसे कर्मी, जिनका मानदेय 15000 तक है। जबकि, 7000 कर्मचारी ऐसे हैं, जिनका मानदेय 15000 से अधिक है। एनएचएम, झारखंड के अधीन कार्यरत ऐसे कर्मी, जिनका मानदेय 15 हजार से अधिक है, उन्हें अब ईपीएफ (कर्मचारी भविष्य निधि) का लाभ भी दिए जाने की तैयारी है। इस बाबत मुख्य सचिव द्वारा दिए गए निर्देश के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड के अभियान निदेशक आलोक त्रिवेदी ने एनएचएम के तहत कार्यरत उक्त कर्मियों को ईपीएफ लाभ देने के लिए भविष्य निधि आयुक्त से मंतव्य मांगा है। इसमें उन्होंने कहा है कि एनएचएम के तहत अनुबंध पर कार्यरत वैसे कर्मी, जिनका मानदेय 15000 से ज्यादा है, जिन्हें कर्मचारी भविष्य निधि का लाभ नहीं मिल रहा है। उन्हें 15000 को बेस मानते हुए कर्मचारी भविष्य निधि का लाभ प्रदान किए जाने को लेकर मार्गदर्शन दिया जाए।