कोलकाता, 16 जनवरी (भाषा) पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर जिले में एक सरकारी अस्पताल में प्रसव के बाद गंभीर रूप से बीमार हुई तीन महिलाओं में से एक के नवजात शिशु की बृहस्पतिवार सुबह मौत हो गई। शिशु के सारे अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। चिकित्सकों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि शिशु का जन्म आठ जनवरी को मिदनापुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एमएमसीएच) में हुआ था और आज सुबह उसकी मौत हो गई।
एमएमसीएच के एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया, ‘‘नवजात शिशु आठ जनवरी को जन्म के बाद कभी नहीं रोया और वह गुर्दे से संबंधी विकारों सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त था। शिशु को ‘वेंटिलेशन’ पर रखा गया था और हमने उसे बचाने की पूरी कोशिश की।’’
मिदनापुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कथित तौर पर प्रसव के बाद उपयोग की अवधि समाप्त हो चुका ‘इन्ट्रावेनस (आईवी) फ्लूड’ दिए जाने के कारण एक महिला की मौत हो गई और चार अन्य की हालत गंभीर है। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच के लिए 13 सदस्यीय समिति गठित की।
राज्य सरकार ने घटना की अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) से जांच के भी आदेश दिए हैं।
गंभीर रूप से बीमार तीन महिलाओं को इलाज के लिए एमएमसीएच से कोलकाता के एसएसकेएम (सेठ सुखलाल करनानी मेमोरियल) अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
भाषा सुरभि माधव
माधव
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हिंडनबर्ग के बंद होने का मतलब यह नहीं है कि…
12 mins agoअदालत ने अस्पताल में महिला की मौत पर मुख्य सचिव…
15 mins ago