कानपुर: मोस्ट वांटेड विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि विकास के संपर्क कई बड़े नेताओंं और मंत्रियों से थे, लेकिन एनकाउंटर के बाद सभी राज दफन हो गए। वहीं, हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने गैंगस्टर विकास दुबे के पुलिस एनकाउंटर की जांच के लिए न्यायिक आयोग बनाने और एनकाउंटर के संबंध में सरकार को दिशानिर्देश जारी करने की मांग वाली पीआईएल खारिज कर दी है। मामले में फिलहाल एसटीएफ जांच कर रही है।
इसी बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है। एसटीएफ की टीम विकास दुबे के फोन कॉल की जांच कर रही है। जांच के दौरान इस बात का खुलासा हुआ है कि गैगस्टर विकास दुबे की राजनीतिकि संपर्कों और नौकरशाही दोनों जगह ही अच्छी पैठ थी। इसी के जरिए वह नेताओं और नौकरशाहों पर दबाव बनाकर अपना काम निकलवाता था। कहा यह भी जा रहा है कि विकास के कुछ बड़े कद वाले नेताओं के बेडरूम तक सीधी एंट्री थी।
विकास दुबे के फोन और कॉल डीटेल रिपोर्ट की बारीकी से जांच करने के बाद जानकारी मिली है कि विकास एक दर्जन से ज्यादा मंत्रियों के सम्पर्क में था जो अलग-अलग राज्यों में स्थापित है। इसके अलावा कुछ उद्यमियों के नम्बर भी मिले हैं। हालांकि एसटीएफ ने अभी नामों का खुलासा नहीं किया है।