Possibility of lockdown in India नई दिल्ली। भारत में टोटल लॉकडाउन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि भारत में फिलहाल फुल लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं हैडब्ल्यूएचओ के भारत में प्रतिनिधि रॉड्रिको एच। ऑफ्रिन का कहना है कि भारत जैसे देश में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए फुल लॉकडाउन लगाने और ट्रैवल बैन करने जैसे कदम नुकसान पहुंचा सकते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच जान और रोजगार, दोनों ही बचाना जरूरी है।
हमारे 𝕎𝕙𝕒𝕥‘𝕤 𝕒𝕡𝕡 Group’s में शामिल होने के लिए यहां Click करें.
total lockdown in India? रॉड्रिको एच। ऑफ्रिन ने सुझाव दिया कि कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए रिस्क के हिसाब से बैन लगाने की स्ट्रैटजी बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ यात्रा प्रतिबंध की सिफारिश नहीं करता है और न ही लोगों की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने पर जोर देता है।
पढ़ें- देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 3,17,532 केस.. 356 ने तोड़ा दम
चार सवालों से तय हो एक्शन प्लान
डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि रॉड्रिको एच। ऑफ्रिन ने कहा कि भारत और दुनियाभर में पब्लिक हेल्थ एक्शन तय करने के लिए चार सवालों के जवाब जानने चाहिए। पहला- कोरोना वायरस का नया वेरिएंट कितना संक्रामक है। दूसरा- नए वेरिएंट से कितनी गंभीर बीमारी होती है। तीसरा- वैक्सीन और पिछले कोरोना संक्रमण कितना प्रोटेक्शन दे रहे हैं। और चौथा- आम लोग खतरे को कैसे देखते हैं और इसे रोकने के उपायों को कैसे फॉलो करते हैं।
लॉकडाउन का फायदा कम और नुकसान ज्यादा’
ऑफ्रिन ने बताया कि फुल लॉकडाउन लगाने का फायदा कम होता है और इसका नुकसान ज्यादा होता है, क्योंकि संक्रमण रोकने के लिए लगाए जाने वाले प्रतिबंध से बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश में जहां आबादी के बंटवारे में इतनी विविधता है, वहां महामारी से लड़ने के लिए रिस्क-बेस्ड अप्रोच को फॉलो करना समझदारी लगती है।
पढ़ें- आज से 10वीं-12वीं के प्री-बोर्ड ‘टेक होम एग्जाम’.. स्टूडेंट घर बैठे देंगे परीक्षा.. ये रहेंगे नियम
CM Atishi On BJP: बीजेपी पर बरसीं CM आतिशी, कहा…
3 hours ago