राज्यसभा में एनडीए को बढ़त, पहली बार 100 के पार हुई उच्च सदन में सदस्यों की संख्या, 24 में से 11 सीटों पर दर्ज की जीत | NDA gains in Rajya Sabha, wins 11 out of 24 seats, number of members in upper house crossed 100 for the first time

राज्यसभा में एनडीए को बढ़त, पहली बार 100 के पार हुई उच्च सदन में सदस्यों की संख्या, 24 में से 11 सीटों पर दर्ज की जीत

राज्यसभा में एनडीए को बढ़त, पहली बार 100 के पार हुई उच्च सदन में सदस्यों की संख्या, 24 में से 11 सीटों पर दर्ज की जीत

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:06 PM IST
,
Published Date: June 20, 2020 8:14 am IST

नईदिल्ली। शुक्रवार को हुए राज्यसभा चुनाव में पार्टी को आठ राज्यों की 19 सीटों में से आठ पर जीत हासिल हुई है। इससे पहले पार्टी निर्विरोध तीन सीटें जीत चुकी है। भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन उन बड़े नेताओं में शुमार हैं जिन्होने इस चुनाव में जीत हासिल की है।

ये भी पढ़ें: सर्वदलीय बैठक के बाद पीएम मोदी का संबोधन, भारतमाता की तरफ आंख उठाने वालों को …

वहीं गुजरात और मणिपुर में हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। यहां अनियमितताओं के आरोपों के बीच मतगणना देर से शुरू हुई। भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के राज्यसभा में पहले 90 सदस्य थे। अब 245 सदस्यीय उच्च सदन में उसकी संख्या बढ़कर 101 हो गई है। यहां बहुमत संख्या 123 है। यह पहली बार है जब राज्यसभा में एनडीए की संख्या 100 के ऊपर पहुंची है।

ये भी पढ़ें: मध्यप्रदेश राज्यसभा चुनाव में BJP ने मारी बाजी, 2 सीट बीजेपी के खात…

उच्च सदन में अकेले भाजपा के पास 86 सीटे हैं। वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए के पास 65 सीटें हैं। एनडीए को यदि बीजू जनता दल (बीजेडी), ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़घम (एआईएडीएमके) और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) जैसे दलों का समर्थन मिलता है तो उसके पास बहुमत का पर्याप्त आंकड़ा है और वह संसद में महत्वपूर्ण कानून बनाने की स्थिति में आ जाएगा।

ये भी पढ़ें: राज्यसभा प्रत्याशी बोले मै हूं अंतिम पंक्ति का व्यक्ति, ‘मेरे पिता …

कर्नाटक से पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा और अरुणाचल प्रदेश से एक उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं।गुजरात से भाजपा को तीन सीटें मिली हैं। मार्च से अब तक आठ विधायकों के इस्तीफे की वजह से कांग्रेस को राज्य से दूसरी सीट पर जीत नहीं मिल पाई। परिणाम की घोषणा में देरी हुई क्योंकि कांग्रेस ने मांग की कि चुनाव आयोग विभिन्न आधारों पर भाजपा के दो वोटों को अमान्य करे।

 
Flowers