कर्नाटक में नक्सलवाद लगभग समाप्त: मंत्री परमेश्वर |

कर्नाटक में नक्सलवाद लगभग समाप्त: मंत्री परमेश्वर

कर्नाटक में नक्सलवाद लगभग समाप्त: मंत्री परमेश्वर

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Modified Date: January 9, 2025 / 03:40 PM IST
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Published Date: January 9, 2025 3:40 pm IST

बेंगलुरु, नौ जनवरी (भाषा) कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बृहस्पतिवार को कहा कि छह नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद प्रदेश में नक्सलवाद लगभग खत्म हो गया है।

उन्होंने आलोचनाओं के बीच मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के समक्ष नक्सलियों के आत्मसमर्पण का भी जोरदार बचाव किया।

परमेश्वर ने कहा कि आत्मसमर्पण करते समय नक्सली निहत्थे थे और पुलिस जांच करेगी कि उन्होंने अपने हथियार कहां छोड़े।

बुधवार को आत्मसमर्पण करने वाले छह नक्सलियों के समूह में कर्नाटक के चार नक्सली शामिल हैं, जिनमें श्रृंगेरी की रहने वाली मुंडागरु लता, कलसा के वनजाक्षी बालेहोले, दक्षिण कन्नड़ की सुंदरी कुटलुरु और रायचूर के मारेप्पा अरोली।

बाकी बचे दो अन्य नक्सलियों में तमिलनाडु के वेल्लोर का रहने वाला वसंता और केरल के वायनाड की रहने वाली एन जीशा है।

परमेश्वर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना के जवाब में कहा, “कौन कह रहा है कि नक्सलियों का मुख्यमंत्री के सामने आत्मसमर्पण करना उचित नहीं था? उन्हें बताना चाहिए कि क्या गलत है और उन्हें ऐसा क्यों लगता है। हम समाज को यह संदेश देना चाहते थे कि नक्सलवाद के लिए कोई जगह नहीं है। जब मुख्यमंत्री के सामने आत्मसमर्पण होता है, तो पूरा राज्य जागरूक हो जाता है और नक्सलवाद में विश्वास रखने वाले लोग पुनर्विचार कर सकते हैं।”

उन्होंने पत्रकारों से कहा कि आत्मसमर्पण का उद्देश्य नक्सल गतिविधियों में शामिल लोगों को यह संदेश देना था कि सरकार और मुख्यमंत्री उन्हें सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

मंत्री ने कहा, “इसमें क्या गलत है? आलोचकों को बताने दीजिए। केवल यह कहना कि मुख्यमंत्री के सामने आत्मसमर्पण नहीं होना चाहिए था, सही नहीं है। उन्हें अपनी आपत्तियों के लिए कारण बताने चाहिए।”

गृह मंत्री ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास को लेकर उठाई गई आपत्तियों का जवाब देते हुए इस फैसले का बचाव किया।

उन्होंने कहा, “हम नक्सल गतिविधियों में शामिल उन सभी लोगों को पैकेज देंगे जो मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं। इसमें गलत क्या है?”

आत्मसमर्पण करने वाले छह नक्सलियों को कर्नाटक नक्सल आत्मसमर्पण नीति, 2024 की श्रेणी ‘ए’ और ‘बी’ के तहत पुनर्वासित किया जाएगा और प्रत्येक को तीन लाख रुपये दिये जाएंगे।

भाषा जितेंद्र नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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