नई दिल्ली: Who is Srinivasa Ramanujan दुनियाभर में आज भले ही भारत के विश्व गुरु बनने की बात हो रही है, लेकिन भारतीय लोगों ने हमेशा से ही अपना लोहा मनवाया है। दुनियाभर में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले एक शख्स की जयंती पर आज यानि 22 दिसंबर को पूरे भारतवर्ष में गणित दिवस (National Mathematics Day) मनाया जाता है। अब तक तो आप समझ ही गए होंगे कि आखिर हम किसकी बात कर रहे हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं महान भारतीय वैज्ञानिक श्रीनिवास रामानुजन की। आज श्रीनिवास रामानुजन की जयंती पर National Mathematics Day मनाया जा रहा है। बता दें कि श्रीनिवास रामानुजन के आज भी कई ऐसे प्रमेय हैं, जिन्हें सॉल्व करने में अच्छे-अच्छे गणितज्ञों की हालत खराब हो जाती है।
Who is Srinivasa Ramanujan मिली जानकारी के अनुसार महान वैज्ञानिक श्रीनिवास रामानुजन ने महज 12 साल की उम्र में गणित के सूत्रों की खोज शुरू कर दी थी और 35 साल की उम्र तक करीब 3900 सिद्धातों को खोज कर दी। श्रीनिवास रामानुजन के फॉर्मूले के माध्यम से आज भी गणित के कठिन से कठिन सवाल हल किए जाते हैं। आज भी इन्हीं थियोरम से मैथ्स, फिजिक्स व केमिस्ट्री के बड़े से बड़े सवालों को हल किया जाता है। श्रीनिवास रामानुजन को आज के समय में दुनियाभर में गणित का जादूगर के तौर पर पहचाना जाता है।
रामानुजन श्रीनिवास को गणित का जादूगर कहा जाता है। उन्होंने गणित के करीब 3 हजार 900 सिद्धांतों की खोज की, जिसे आज भी गणित के सवाल हल किए जाते हैं। वर्ष 1919 में उन्होंने मॉक थीटा (Mock Theta Function) सिद्धांत की खोज की। यह असंख्य यानी इनफेनाइट होने वाली गणना को सुलझाने में काम आती है। बता दें मॉक थीटा फंक्शन के जरिए ही ब्लैक होल को समझा जाता है। कहा जाता है कि गणित के जिन सूत्रों को सुलझाने में बड़े बड़े गणितज्ञों को 5 से 6 घंटे का समय लगता था, उसे सिद्ध करने के लिए रामानुजन सोचने का भी वक्त नहीं लेते थे। जब तक उनके सामने सवाल लिखा जाता था तब तक उनका जवाब तैयार रहता था। यही कारण है कि उन्हें गणित का जादूगर कहा जाता था।
बताया जाता है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने National Mathematics Day मनाए जाने का ऐलान किया था। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने साल 2012 में चेन्नई में श्रीनिवास अयंगर रामानुजन की जयंती के उपलक्ष्य में श्रद्धांजलि दी थी। इसी दौरान उन्होंने दिन के महत्व व इतिहास से लोगों को जागरूक करने के लिए राष्ट्रीय गणित दिवस मनाने की घोषणा की थी। यानि साल 2012 के बाद से भारत में 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा है।
ब्रिटेन के प्रोफेसर हार्डी उन्हें दुनिया का सबसे महान गणितज्ञ मानते थे। कहा जाता है कि उन्होंने दुनिया के सबसे प्रतिभावान व्यक्तियों नंबर के पैमाने पर मापा था और इस लिस्ट में उन्होंने 30 नंबर दिए थे। जबकि रामानुजन को 100 में से 100 नंबर दिए थे।
राष्ट्रीय गणित दिवस 22 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
श्रीनिवास रामानुजन को गणित का जादूगर इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने महज 12 साल की उम्र में गणित के सिद्धांतों की खोज शुरू की और 35 साल की उम्र तक करीब 3900 सिद्धांतों की खोज की। उनके गणितीय फॉर्मूले आज भी दुनिया के कठिनतम सवालों को हल करने में उपयोग किए जाते हैं।
राष्ट्रीय गणित दिवस की शुरुआत साल 2012 में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने की थी। उन्होंने श्रीनिवास रामानुजन की जयंती पर इस दिन को मनाने का ऐलान किया था।
श्रीनिवास रामानुजन ने मॉक थीटा (Mock Theta Function) सिद्धांत की खोज की थी, जो गणना की अनंत प्रक्रियाओं को सुलझाने में काम आती है। यह सिद्धांत आज भी ब्लैक होल को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।
ब्रिटेन के प्रोफेसर हार्डी ने श्रीनिवास रामानुजन को दुनिया का सबसे महान गणितज्ञ माना था। उन्होंने रामानुजन को 100 में से 100 नंबर दिए थे, जो उनके अद्वितीय गणितीय ज्ञान को दर्शाता है।
मोहाली इमारत ढही: बचाव अभियान जारी
2 hours ago