नायडू ने प्रधानमंत्री मोदी से की मुलाकात, आंध्र के सात सूत्री विकास के एजेंडे को लेकर मदद मांगी |

नायडू ने प्रधानमंत्री मोदी से की मुलाकात, आंध्र के सात सूत्री विकास के एजेंडे को लेकर मदद मांगी

नायडू ने प्रधानमंत्री मोदी से की मुलाकात, आंध्र के सात सूत्री विकास के एजेंडे को लेकर मदद मांगी

:   Modified Date:  July 4, 2024 / 10:43 PM IST, Published Date : July 4, 2024/10:43 pm IST

नयी दिल्ली, चार जुलाई (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बृहस्पतिवार को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और विभाजन के बाद राज्य की चुनौतियों से निपटने के उद्देश्य से सात सूत्री विकास एजेंडे के लिए समर्थन मांगा।

प्रधानमंत्री कार्यालय में बैठक के दौरान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रमुख सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख ने 2014 में आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद उसके सामने आई चुनौतियों पर प्रकाश डाला।

उन्होंने राज्य के विकास को गति देने के लिए केंद्रीय सहायता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया तथा विशेष श्रेणी के दर्जे के बदले में सहायता बढ़ाने की वकालत की।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि बैठक में वित्तीय सहायता से लेकर बुनियादी ढांचे के विकास तक के प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया।

नायडू ने आंध्र के कृषि क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सिंचाई पहल पोलावरम परियोजना को शीघ्र शुरू करने के लिए मदद पर जोर दिया। यह परियोजना नायडू की प्राथमिकताओं की सूची में सबसे ऊपर है।

राज्य की वित्तीय स्थिति पर मुख्यमंत्री ने कहा, ”आंध्र प्रदेश 2014 के अवैज्ञानिक, अनुचित और अन्यायपूर्ण विभाजन के दुष्परिणामों से जूझ रहा है।”

उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के ”दुर्भावना, भ्रष्टाचार और कुशासन से भरे शासन” ने राज्य की आर्थिक स्थिति को और खराब कर दिया है।

नायडू ने वर्तमान में संसाधनों की कमी के लिए पूर्ववर्ती सरकार द्वारा ”अंधाधुंध उधार लिए जाने” और ”बड़े पैमाने पर धन के दुरुपयोग” को कारण बताते हुए केंद्र से अल्पकालिक वित्तीय सहायता का अनुरोध किया।

नायडू के एजेंडे के अन्य प्रमुख बिंदुओं में अमरावती के सरकारी परिसर और प्रमुख बुनियादी ढांचे को पूरा करने के लिए व्यापक समर्थन, औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन और महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए राज्य की विशेष सहायता योजना के तहत अतिरिक्त आवंटन शामिल थे।

बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने बुंदेलखंड पैकेज के अनुरूप आंध्र के पिछड़े क्षेत्रों के लिए विशेष पैकेज की भी वकालत की। दुग्गिराजुपटनम बंदरगाह के विकास के लिए मदद भी चर्चा का एक अन्य मुद्दा था।

मुलाकात के बाद उन्होंने मोदी के नेतृत्व में आंध्र प्रदेश के, ‘राज्यों के बीच एक पावरहाउस’ के रूप में फिर से उभरने की क्षमता पर विश्वास व्यक्त किया।

उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज आंध्र प्रदेश के कल्याण और विकास से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मेरी रचनात्मक बैठक हुई। मुझे विश्वास है कि उनके नेतृत्व में हमारा राज्य, दूसरे राज्यों के बीच एक पावरहाउस के रूप में फिर से उभरेगा।’’

उन्होंने बैठक को बेहद सकारात्मक और राज्य के विकास से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर हुई चर्चा को ‘रचनात्मक’ बताया।

पीएमओ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर इस मुलाकात की तस्वीरें साझा कीं।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दो दिवसीय दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ मुलाकात की।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ बातचीत के बाद नायडू ने ‘सहकारी संघवाद की भावना’ की प्रशंसा की।

गोयल से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सहकारी संघवाद की यह अद्भुत भावना हमारे राज्य आंध्र प्रदेश को इसकी पूरी क्षमता का उपयोग करने में मदद करेगी। आज दिल्ली में आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा।’’

नायडू ने दो दिवसीय दिल्ली दौरे के दौरान मनोहर लाल खट्टर और हरदीप सिंह पुरी सहित कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की।

बैठक में तेदेपा सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू और चंद्रशेखर पेम्मासानी भी मौजूद थे।

सूत्रों ने बताया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी नड्डा के साथ मुलाकात भी नायडू के एजेंडे में है।

भाषा ब्रजेन्द्र

पवनेश देवेंद्र

देवेंद्र

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)