Muslim students protested for not allowing namaz to be offered in missionary college

Namaz in College: चर्च संचालित कॉलेज में नहीं मिली इस चीज की अनुमति, छात्रों ने खोला मोर्चा, जमकर हो रहा बवाल

चर्च संचालित कॉलेज में नहीं मिली इस चीज की अनुमति, Muslim students protested for not allowing namaz to be offered in missionary college

Edited By :   Modified Date:  July 29, 2024 / 10:38 AM IST, Published Date : July 28, 2024/10:39 pm IST

कोच्चिः Muslim Students Protested for not Allowing Namaz  केरल में मुवत्तुपुझा के पास एक चर्च द्वारा संचालित कॉलेज के परिसर के अंदर नमाज अदा करने की इजाजत नहीं दिए जाने के विरोध में छात्रों के एक वर्ग द्वारा प्रदर्शन करने पर विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा और कैथोलिक चर्च के संगठनों ने नमाज की अनुमति नहीं दिए जाने के विरोध में छात्रों के प्रदर्शन पर ऐतराज जताया है। शुक्रवार को छात्रों के एक वर्ग ने निर्मला कॉलेज के अंदर विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने कुछ छात्राओं को संस्थान के एक कमरे के अंदर शुक्रवार को नमाज अदा करने से रोका था। मीडिया रिपोर्ट्स में छात्रों ने दावा किया है कि कई दिनों तक कार्यालय के कर्मचारियों ने उन्हें नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी और प्रधानाध्यापक से माफी की मांग की।

Read More : Coaching Students Died in Delhi: दिल्ली में UPPSC की तैयारी कर रहे छात्र की मौत के मामले में सनसनीखेज खुलासा, बच सकती थी जान, लेकिन…

Muslim Students Protested for not Allowing Namaz  इस घटना की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आलोचना की और दावा किया कि कुछ लोग हिंदू और ईसाई समुदायों द्वारा संचालित शैक्षणिक संस्थानों में समस्याएं पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने आरोप लगाया, ‘‘कुछ लोग नमाज अदा करने की अनुमति न देने के लिए कॉलेज के प्रधानाध्यापक को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं। इस तरह की हरकतों के पीछे चरमपंथी लोग हैं।’’ उन्होंने दावा किया कि ऐसे लोगों को वामपंथी और कांग्रेस पार्टियों का समर्थन प्राप्त है।

Read More : Paris Olympics 2024: भारत के इस दिग्गज खिलाड़ी की मेहनत बर्बाद, जीत के बाद भी फिर खेलना होगा मैच, जानें क्यों 

इस बीच, सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के छात्र संगठन एसएफआई ने कहा कि संघ परिवार के संगठन परिसर के अंदर हुए विरोध प्रदर्शन के लिए उसे दोषी ठहराने की कोशिश कर रहे हैं। एसएफआई के प्रदेश सचिव पी एम अर्शो ने कहा कि संगठन किसी भी विरोध प्रदर्शन का हिस्सा नहीं था, जैसा कि भाजपा ने आरोप लगाया है। सिरो-मालाबार चर्च से संबद्ध कैथोलिक कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन की निंदा की और कहा कि ऐसी विभाजनकारी ताकतों को उखाड़ फेंका जाना चाहिए।भाजपा नेता पी सी जॉर्ज ने कॉलेज के अंदर हुए प्रदर्शन को निंदनीय बताया। उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या कोई मुस्लिम कॉलेज हिंदुओं या ईसाइयों को प्रार्थना करने के लिए कमरे देगा?’’

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए हमारे फेसबुक फेज को भी फॉलो करें

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)