MQ-9B Drone: चीन-पाकिस्तान के छूटेंगे पसीने..! भारत को मिलने वाला है ये खतरनाक ड्रोन, जानें इसकी खासियत |MQ-9B Drone

MQ-9B Drone: चीन-पाकिस्तान के छूटेंगे पसीने..! भारत को मिलने वाला है ये खतरनाक ड्रोन, जानें इसकी खासियत

MQ-9B Drone: चीन-पाकिस्तान के छूटेंगे पसीने..! भारत को मिलने वाला है ये खतरनाक ड्रोन, जानें इसकी खासियत

Edited By :   Modified Date:  February 3, 2024 / 01:52 PM IST, Published Date : February 3, 2024/1:52 pm IST

MQ-9B Drone: अमेरिका ने भारत को 31 MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन बेचने की मंजूरी दी है। इसका इस्तेमाल चीन- पाकिस्तान से लगी सीमा की निगरानी के लिए होगा। बता दें कि भारत ने करीब छह साल पहले इस ड्रोन में रुचि दिखाई थी। यह ड्रोन इतने बेरहमी से हमला करता है कि दुश्मनों को इसका खौफ सताएगा। बता दें कि एमक्यू-9बी प्रीडेटर जल्द ही भारत की सेना को मिलने वाला है। इसे रीपर ड्रोन के नाम से भी जाना जाता है। 31 में से नौसेना को 15 सी गार्जियन ड्रोन मिलेंगे। इसके अलावा, वायु सेना और थल सेना दोनों को ही आठ-आठ स्काई गार्जियन ड्रोन मिलेंगे। भारत में अभी ‘हंटर-किलर’ ड्रोन का उपयोग होता है, लेकिन इस रीपर ड्रोन के आने से सेना की ताकत और बढ़ जाएगी।

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MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन की खासियत

  • MQ-9B ड्रोन 50 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है। इसकी टॉप स्पीड 442 km/h है।
  • MQ-9B अपने 1700 किलो वजन लेकर उड़ सकता है। इसमें चार मिसाइल और 450 kg का बम शामिल है।
  • स्काई गार्डियन ड्रोन की मदद से भारतीय सेना दुश्मन के हर हरकत पर 24 घंटे नजर रख पाएगी।
  • यह ड्रोन जमीन से सिर्फ 250 मीटर की ऊंचाई पर भी उड़ सकता है। इसे रडार से देख पाना कठिन है।
  • MQ-9B ड्रोन एक बार में 3218km तक उड़ान भर सकता है।
  • यह लगातार 35 घंटे तक उड़ान भर सकता है। इसका इस्तेमाल किसी जगह की निगरानी करने या फिर सटीक हवाई हमला करने में होता है।
  • MQ-9B के नेवल वर्जन सी गार्डियन के पास जहाज और पनडुब्बी पर हमला करने की क्षमता है। 36 फीट लंबे इस ड्रोन के पंखों का फैलाव 66 फीट का है।
  • MQ-9B ड्रोन इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल/इन्फ्रारेड, लिंक्स मल्टी-मोड रडार, मल्टी-मोड समुद्री निगरानी रडार, इलेक्ट्रॉनिक सपोर्ट मेजर्स, लेजर डिजाइनर और कई तरह के हथियार से लैस है।
  • इस ड्रोन को दूर से दो सदस्यीय चालक दल द्वारा ऑपरेट किया जाता है। पायलट ड्रोन उड़ाता है। वहीं, दूसरा सदस्य सेंसर और हथियारों को ऑपरेट करता है।
  • रीपर 8 लेजर गाइडेड मिसाइलों, हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल -114 हेलफायर को लेकर उड़ सकता है। यह बेहद सटीक और ताकतवर मिसाइल है।

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सी गार्डियन ड्रोन से होगी हिंद महासागर क्षेत्र की निगरानी

दरअसल, एलओसी और एलएसी पर पाकिस्तान और चीने के साथ भारत के संबंध काफी खराब हैं। सीमा पार से आतंकी घुसपैठ की चुनौती बनी रहती है। पूर्वी लद्दाख में सीमा गतिरोध के बाद सरकार ने अमेरिका से एक साल के लिए दो एमक्यू-9बी सी गार्जियन ड्रोन पट्टे पर लिए थे। ड्रोन का इस्तेमाल हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी गतिविधि पर नजर रखने के लिए किया गया था। बाद में लीज अवधि बढ़ा दी गई। अब इस ड्रोन के साथ भारतीय सेना आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाने में और अधिक सक्षम हो जाएगी।

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