Hajj Pilgrims Died In Mecca: हज यात्रा पर दुनिया भर से मुसलमान सऊदी जाते है। इस्लाम धर्म का पवित्र स्थल मक्का में इस बार भी लाखों की संख्या में जायरीन हज करने पहुंचे हैं। इस बीच भीषण गर्मी.. हज यात्रा पर गए लोगों के लिए काल बन गई। गर्मी का पारा 51 के पार पहुंच गया है, जिससे 550 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। वहीं सैकड़ो लोगों की हालत खराब है। सभी को अस्पताल में भर्ती किया गया है। इसके अलावा मुर्दाघर लाशों से भर गई है।
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बता दें कि इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों के लिए हज एक जरुरी अनुष्ठान में से एक है। यही कारण है कि दुनिया के हर कोने से मुसलमान मक्का पहुंचते है। इस बीच गर्मी रिकॉर्ड तोड़ रही है। पूरे दुनिया में पारा ऊपर जा रहा है। ऐसे में सऊदी की बात करें तो यहां भी 51 के पार पहुंच गया, जिस वजहसे के हज यात्रा में दिक्कत का सामना कर करना पड़ रहा है। तमाम इंतजाम गर्मी के सामने फेल साबित होते दिख रहे हैं।
आपको बता दें कि इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक, हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है। सभी मुसलमानों की यह जरूर इच्छा होती है कि कम से कम एक बार वह जरूर हज के लिए मक्का की यात्रा करे। पिछले महीने प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण हज यात्रा भी प्रभावित हो रही है। मुसलमानों के इस पवित्र शहर का तापमान हर 10 साल में में 0.4 डिग्री सेल्सियस (0.72 डिग्री फारेनहाइट) बढ़ रहा है।
बढ़ते तापमान को लेकर सऊदी स्टेट टीवी की एक रिपोर्ट से जानकारी मिली कि सोमवार को मक्का में ग्रैंड मस्जिद की शेड में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भयंकर गर्मी यात्रियों के लिए जानलेवा बनती जा रही है। सभी के स्वास्थय बिगड़ते जा रहे हैं। जर्नल ऑफ ट्रैवल एंड मेडिसिन के 2024 की एक रिसर्च के अनुसार गर्मी से निपटने की सारी रणनीति प्रकृति के सामने फेल होती नजर आएगी।
Hajj Pilgrims Died In Mecca: तापमान उन सभी रणनीतियों से आगे निकलनेगा। इसको लेकर 2019 में भी बताया गया था। जियोफिजिकल रिसर्च लेटर्स के 2019 के एक अध्ययन में कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन के कारण शुष्क सऊदी अरब में तापमान बढ़ने से हज करने वाले तीर्थयात्रियों को अत्यधिक खतरे का सामना करना पड़ेगा।
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