Morbi Bridge collapsed : अहमदाबाद – गुजरात के मोरबी में रविवार शाम को मच्छु नदी पर बना केबल ब्रिज अचानक टूट गया। इस हादसे में अब तक 143 लोगों ने अपनी जान गवा चुके है। वहीं अभी भी कई लोग लापता बताए जा रहे है। घायलों का इलाज चल रहा है। अब तक 200 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया है। लोगों को बचाने के लिए रातभर राहत-बचाव का काम जारी रहा। इस हादसे के बाद ब्रिज मैनेजमेंट कंपनी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि इस ब्रिज पर क्षमता से अधिक लोगों के पहुंचने की वजह से पुल टूट गया। आरोप लगाए जा रहे है कि टिकट से कमाई के चलते अधिक लोगों को ब्रिज पर जाने दिया गया>>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
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Morbi Bridge collapsed : मार्च 2022 में मोरबी की ओरेवा ग्रुप (अजंता मेन्युफेक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड) को पुल के रखरखाव का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मोरबी नगरपालिका के मुख्य अधिकारी संदीपसिंह जाला ने कहा, ‘पुल मोरबी नगरपालिका की संपत्ति है, लेकिन हमने 15 सालों तक रखरखाव और संचालन के लिए इसे कुछ महीनों पहले ओरेवा ग्रुप को सौंपा था। हालांकि, निजी कंपनी ने हमें जानकारी दिए पुल आने वालों के लिए खोल दिया था। इसके चलते हम पुल का सेफ्टी ऑडिट नहीं करा सके।
#MorbiBridgeCollapse | Indian Army teams deployed in Morbi, Gujarat carried out search and rescue operations for survivors of the mishap. All three defence services have deployed their teams for search operations: Defence officials pic.twitter.com/tfEjCW3MhE
— ANI (@ANI) October 31, 2022
Morbi Bridge collapsed : उन्होंने बताया, ‘रिनोवेशन के काम के बाद इसे जनता के लिए खोल दिया गया था लेकिन स्थानीय नगरपालिका ने अब तक कोई फिटनेस सर्टिफिकेट जारी नहीं किया था।’ मच्छु नदी पर इस पुल का निर्माण 19वीं सदी में किया गया था। घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को 6-6 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है।
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Morbi Bridge collapsed : बताया जा रहा है कि पुल की मरम्मत की वजह से बीते छह महीनों से यह बंद था। दिवाली के दूसरे दिन 25 अक्टूबर से इसको जनता के लिए फिर से खोला गया। इसकी मरम्मत में करीब 2 करोड़ रुपए का खर्चा आया था। इस पुल की मेंटिनेंस की जिम्मेदारी वर्तमान में ओधवजी पटेल के स्वामित्व वाले ओरेवा ग्रुप के पास है। इस ग्रुप ने मार्च 2022 से मार्च 2037 यानी 15 साल के लिए मोरबी नगर पालिका के साथ एक समझौता किया था।
Morbi Bridge collapsed : प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अधिकारियों से बात की। मोदी इस समय गुजरात में हैं। मोदी ने बचाव दलों को तत्काल जुटाने की मांग की और कहा कि स्थिति की बारीकी से और लगातार निगरानी की जाए और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद दी जाए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पुल ढहने पर दुख व्यक्त किया और दूसरों के सुरक्षित बचाव की प्रार्थना की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वह पुल गिरने से बहुत दु:खी हैं और उन्होंने राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं से बचाव कार्य में हर संभव सहायता देने की अपील की। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कहा कि पुल गिरने की खबर बेहद दु:खद है।
Morbi Bridge collapsed : मोरबी के मच्छू नदी में पुल गिरने से हुए हादसे के बाद डॉक्टरों के लिए भी सबसे बड़ी चुनौती रही। अस्पतालों में इतनी तादाद में आए घायलों के साथ ही शवों की भारी संख्या के लिए मेडिकल टीम को काफी संघर्ष करना पड़ा। हादसे में घायलों का पता लगाना रिश्तेदारों के साथ-साथ उन लोगों के लिए भी एक कठिन काम था, जिनके परिजन लापता थे। अपनी ग्यारह साल की बेटी को खो देने वाली मोना मोवर के लिए कोई सांत्वना पर्याप्त नहीं थी जो कि उनके दुख को कम कर सके। उनके पति और छोटे बेटे ने मच्छू नदी पर पुल गिरने के बाद मोरबी सिविल अस्पताल में अपने जीवन के लिए संघर्ष करते दिखे।
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पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल बीती रात मोरबी पहुंचे। वह कल के बाद से खोज और बचाव कार्यों की कमान संभाल रहे हैं। राज्य सरकार ने इस घटना की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है। मैं देश के लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि बचाव और राहत कार्यों में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।