Monkeypox Cases: नई दिल्ली। कोरोना वायरस अभी पूरी तरह खत्म हुआ भी नहीं और मंकीपॉक्स ने दुनिया में कोहराम मचाना शुरू कर दिया है। दुनिया के कई देशों में मंकीपॉक्स के नए-नए मामले सामने आ रहा है। दुनिया के कई हिस्सें इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। ये बीमारी दुनिया के 20 से अधिक देशों में फैल चुकी है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार अबतक अलग-अलग देशों में मंकीपॉक्स के लगभग 200 मामलों की पुष्टि की गई है। इनमें से 100 से अधिक संदिग्ध मामलों में मंकीपॉक्स का पता उन देशों के बाहर लगाया गया है जहां यह आमतौर पर फैलता है। दुनिया के कई देशों में मंकीपॉक्स के मामले बढ़ने से लोगों के बीच चिंता काफी बढ़ गई है।
बता दें अमेरिका (US) ने मंकीपॉक्स के 9 मामलों की पुष्टि की है। अमेरिका के अलावा ब्रिटेन, बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ऑस्ट्रिया, इज़राइल और स्विट्जरलैंड सहित कुछ गैर-स्थानिक देशों में भी मंकीपॉक्स के मामलों की पुष्टि की गई है। एक रिपोर्ट के अनुसार यूरोपीय संघ ने मंकीपॉक्स के 118 मामलों की पुष्टि की है। यूनाइटेड किंगडम ने 90 मामलों की पुष्टि की है जबकि सिर्फ अमेरिका ने मंकीपॉक्स के 9 मामलों की पुष्टि की है।
अमेरिकी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (U.S. CDC) ने अमेरिका के सात राज्यों में मंकीपॉक्स के नौ मामलों की पहचान की है। गुरुवार को बताया गया कि कैलिफोर्निया, फ्लोरिडा, मैसाचुसेट्स, न्यूयॉर्क, यूटा, वर्जीनिया और वाशिंगटन में ये मामले सामने आए हैं। CDC के के अनुसार अमेरिका के पास अभी मंकीपॉक्स से सामना करने के लिए जरुरी संसाधन उपलब्ध हैं। अमेरिका का कहना है कि हम दशकों से इस प्रकार के प्रकोप की तैयारी कर रहे हैं। वहीं, कनाडा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंकीपॉक्स के 16 मामलों की पुष्टि की है।
ब्रिटेन – 90
स्पेन – 51
पुर्तगाल – 37
अमेरिका – 9
कनाडा – 16
Monkeypox Cases : अबतक भारत में मंकीपॉक्स (Monkeypox) का एक भी मामला सामने नहीं आया है। सुरक्षा को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय जल्द ही मंकीपॉक्स पर दिशानिर्देश जारी करने वाला है। अन्य देशों में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट है। हालांकि, गैर-स्थानिक देशों में मामलों की बढ़ती रिपोर्ट के मद्देनजर भारत को तैयार रहने की जरूरत है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय यात्रियों (International Passenger) के लिए एक एडवाइजरी भी जारी करेगा। दिशानिर्देशों में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सलाह शामिल होगी।
मंकी पॉक्स के लक्षण संक्रमण के 5वें दिन से 21वें दिन तक आ सकते हैं। शुरुआती लक्षण फ्लू जैसे होते हैं। इनमें बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, कमर दर्द, कंपकंपी छूटना, थकान और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं। इसके बाद चेहरे पर दाने उभरने लगते हैं, जो शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैल जाते हैं। संक्रमण के दौरान यह दाने कई बदलावों से गुजरते हैं। आखिर में चेचक की तरह ही पपड़ी बनकर गिर जाते हैं। यह चेहरे और हाथों की हथेलियों और पैरों के तलवों को ज्यादा प्रभावित करता है।
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