नागपुर: मौजूदा चुनावी राजनीति को लेकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने देश के राजनीतिज्ञों से बड़ी अपील की हैं। उन्होंने इसके अलावा मणिपुर हिंसा पर भी अपने विचार प्रकट किये हैं। भागवत ने चुनावी प्रक्रिया पर चर्चा करते हुए कहा हैं कि चुनाव सहमति बनाने की प्रक्रिया है। सहचित्त संसद में किसी भी प्रश्न के दोनों पहलू सामने आये इसलिए ऐसी व्यवस्था है। चुनाव प्रचार में जिस प्रकार एक दूसरे को लताड़ना, तकनीकी का दुरुपयोग, असत्य प्रसारित करना ठीक नहीं। विरोधी की जगह प्रतिपक्ष कहना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि चुनाव के आवेश से मुक्त होकर देश के सामने उपस्थित समस्याओं पर विचार करना होगा।
* चुनाव सहमति बनाने की प्रक्रिया है। सहचित्त
संसद में किसी भी प्रश्न के दोनों पहलू सामने आये इसलिए ऐसी व्यवस्था है।
* चुनाव प्रचार में जिस प्रकार एक दूसरे को लताड़ना, तकनीकी का दुरुपयोग, असत्य प्रसारित करना ठीक नहीं। विरोधी की जगह प्रतिपक्ष कहना चाहिए।
* चुनाव के आवेश से मुक्त… pic.twitter.com/v6t0eoBRT2— RSS (@RSSorg) June 10, 2024
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, मणिपुर एक साल से शांति का इंतजार कर रहा है। यह 10 साल से शांत था। ऐसा लगता था कि पुरानी बंदूक संस्कृति खत्म हो गई है। अचानक जो कलह वहां उपज गया या उपजाया गया, उसकी आग में अभी तक जल रहा है। त्राही-त्राही कर रहा है और उस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मणिपुर की स्थिति पर प्राथमिकता के साथ विचार करना होगा। चुनावी बयानबाजी से ऊपर उठकर राष्ट्र के सामने मौजूद समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है।
गौरतलब हैं कि पिछले साल मई में मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी थी। तब से अब तक करीब 200 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि बड़े पैमाने पर आगजनी के बाद हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। इस आगजनी में मकान और सरकारी इमारतें जलकर खाक हो गई हैं. पिछले कुछ दिनों में जिरीबाम से ताजा हिंसा की सूचना आयी हैं।
#WATCH | Nagpur, Maharashtra: RSS chief Mohan Bhagwat says, “…It was so hot a few days back. This year was hotter than any other year and this was the case everywhere, even in hill stations. Bengaluru faced a water crisis. News articles about melting glaciers are coming in.… pic.twitter.com/My5yiD5Ddk
— ANI (@ANI) June 10, 2024