मोदी, शाह झूठ फैला रहे कि राहुल आरक्षण के खिलाफ हैं : प्रियंका |

मोदी, शाह झूठ फैला रहे कि राहुल आरक्षण के खिलाफ हैं : प्रियंका

मोदी, शाह झूठ फैला रहे कि राहुल आरक्षण के खिलाफ हैं : प्रियंका

:   Modified Date:  November 16, 2024 / 07:34 PM IST, Published Date : November 16, 2024/7:34 pm IST

(फोटो के साथ)

शिरडी/कोल्हापुर, 16 नवंबर (भाषा) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर अपने भाई राहुल गांधी के खिलाफ यह झूठ फैलाने का आरोप लगाया कि वह आरक्षण के खिलाफ हैं।

प्रियंका ने कहा कि दोनों नेता राहुल से डरे हुए हैं, क्योंकि वह (राहुल) देश में जातिगत जनगणना करवाना चाहते हैं।

महाराष्ट्र के अहिल्यानगर जिले के शिरडी में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रियंका ने दावा किया कि राज्य से 10 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं छीन ली गईं, जिससे आठ लाख नौकरियों का नुकसान हुआ और 6,000 व्यवसाय बंद हो गए।

उन्होंने महायुति नेताओं पर शिवाजी महाराज का अपमान करने का आरोप लगाया।

प्रियंका ने कहा कि अगस्त में सिंधुदुर्ग जिले में स्थापित प्रतिमा इसलिए ढह गई, क्योंकि इसके निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ था।

उन्होंने सवाल किया, “संसद के बाहर लगी छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा हटा दी गई। सिंधुदुर्ग में स्थापित प्रतिमा इसलिए ढह गई, क्योंकि इसके निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ था। अगर आप उस महान शासक का अपमान करना चाहते हैं, तो उनका नाम लेने का क्या मतलब है।”

प्रियंका ने आरोप लगाया कि छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि और उसके लोगों का अपमान किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “मोदी जी समेत ये सभी नेता उनका (शिवाजी महाराज) नाम तो लेते हैं, लेकिन उनका सम्मान नहीं करते।”

प्रियंका ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा की आधारशिला रखी, लेकिन उन्होंने बाद में इसका काम रोक दिया। कांग्रेस महासचिव का इशारा मुंबई के पास अरब सागर में शिवाजी महाराज के प्रस्तावित स्मारक की तरफ था।

प्रियंका ने प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती दी कि वह सार्वजनिक रूप से घोषणा करें कि जातिगत जनगणना कराई जाएगी और आरक्षण पर 50 फीसदी की सीमा हटाई जाएगी।

उन्होंने कहा, “लेकिन मोदी और शाह सार्वजनिक मंच से कहते हैं कि मेरा भाई आरक्षण के खिलाफ है। राहुल ने मणिपुर से मुंबई तक न्याय यात्रा निकाली और आप उन पर आरक्षण-विरोधी होने का आरोप लगा रहे हैं। वे सार्वजनिक मंचों से झूठ बोलते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि इस व्यक्ति ने न्याय और जातिगत जनगणना की मांग को लेकर कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा की थी।”

प्रियंका ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के साथ भेदभाव किया जा रहा है, क्योंकि राज्य से कई औद्योगिक परियोजनाएं छीनकर उन्हें दूसरे क्षेत्रों में ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री देश की मां की तरह हैं। और जिस तरह एक मां अपने बच्चों में भेदभाव नहीं करती, उसी तरह उन्हें राज्यों के बीच भेदभाव नहीं करना चाहिए।”

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि (पूर्व प्रधानमंत्री) जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी ने बिना किसी भेदभाव के राष्ट्र निर्माण करते हुए बड़े व्यवसाय और एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) तथा आईआईटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) जैसे उच्च शिक्षण संस्थान स्थापित किए, बांध और नहरें बनवाईं, बुनियादी ढांचे एवं कारखानों का निर्माण कराया।

उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि एक पूर्व प्रधानमंत्री ने मुंबई में अंतरराष्ट्रीय वित्त सेवा केंद्र स्थापित करने का फैसला किया, लेकिन इस परियोजना को भी गुजरात ले जाया गया।

प्रियंका ने दावा किया, “लाखों कंपनियां महाराष्ट्र छोड़कर चली गईं, बड़ी परियोजनाएं और बड़ी कंपनियां यहां से चली गईं। 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश छीन लिया गया। महाराष्ट्र में करीब आठ लाख नौकरियों का नुकसान हुआ, जबकि 6,000 से ज्यादा कारोबार बंद हो गए।”

उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र को कमजोर करने के सुव्यवस्थित प्रयास करने के बावजूद वे (भाजपा नेता) दावा करते हैं कि राज्य को मजबूत कर रहे हैं।

प्रियंका ने कहा कि पिछले दस वर्षों में वेदांता फॉक्सकॉन, टाटा-एयरबस, औषधि पार्क एवं अन्य परियोजनाएं महाराष्ट्र से बाहर चली गईं।

उन्होंने कहा, “जब चुनाव हो रहे हैं, तब मोदी जी विदेश चले गए। चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले ही वह देश छोड़कर चले गए हैं।”

कांग्रेस महासचिव ने मोदी शासन में आतंकवाद के पूरी तरह से खत्म होने के दावों को खारिज किया।

उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र के लोग, खासकर मेरी बहनें, एक अलग तरह के आतंक का सामना कर रही हैं : महंगाई का आतंक। पूरे देश और महाराष्ट्र के लोग महंगाई से जूझ रहे हैं, लेकिन कोई भी चिंतित नजर नहीं आ रहा है।”

प्रियंका ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने चुनावों को ध्यान में रखते हुए “लाडकी बहीण” नकद हस्तांतरण योजना शुरू की है।

उन्होंने सवाल किया, “क्या 1,500 रुपये (प्रति माह) गैस सिलेंडर और भोजन सहित अन्य घरेलू खर्चों को पूरा करने के लिए काफी हैं? वे (महायुति) ढाई साल से (महाराष्ट्र में) सत्ता में हैं। वे (भाजपा) पिछले 10 वर्षों से देश पर शासन कर रहे हैं। उन्होंने अब “लाडकी बहीण” योजना क्यों शुरू की?”

प्रियंका ने प्रधानमंत्री पर किसानों की चिंताओं का समाधान न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “पिछले एक दशक में कपास, प्याज और सोयाबीन की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं की गई है। किसान परेशान हैं।”

कांग्रेस महासचिव ने दावा किया कि सरकार ने बड़े उद्योगों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया, जबकि किसान और आम लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा, “राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और कर्नाटक में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकारों ने कृषि ऋण माफ किया था।”

प्रियंका ने कहा कि सरकार संविधान की रक्षा करने का दावा करती है, लेकिन वास्तव में वह इसके प्रावधानों का उल्लंघन कर रही है।

उन्होंने कहा, “हमारे संविधान के अनुसार, वोट लोगों का सबसे शक्तिशाली हथियार है। लेकिन महाराष्ट्र में पिछले विधानसभा चुनावों के बाद रिश्वत, धमकी और केंद्रीय एजेंसियों के (दुरुपयोग के) जरिये सत्ता चुरा ली गई।”

प्रियंका ने आरोप लगाया, “महाराष्ट्र के लोगों के साथ छल हुआ है। मोदी जी और भाजपा नेताओं ने भ्रष्ट तरीकों का इस्तेमाल कर एक अच्छी सरकार को गिरा दिया। लेकिन फिर भी वे संविधान की रक्षा करने की बात करते हैं।”

उन्होंने सवाल किया, “क्या संविधान धन-बल के इस्तेमाल से सरकारें गिराने की इजाजत देता है? विधायकों की खरीद-फरोक्त के लिए करोड़ों रुपये कहां से आ रहे हैं?”

प्रियंका ने दावा किया कि कांग्रेस ने विभिन्न राज्यों में सत्ता में आने के बाद अपने चुनावी वादों को पूरा किया।

कोल्हापुर में एक रैली में प्रियंका ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी के भाषणों में उनकी कथनी और करनी में विरोधाभास झलकता है।

उन्होंने कहा, “मोदी के भाषण निराशाजनक हैं, क्योंकि उनमें सच्चाई का अभाव है। हम उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री (अपने संवैधानिक पदों के आधार पर) सच बोलेंगे और सकारात्मक बातें करेंगे।”

भाषा पारुल रंजन

रंजन

 

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