'मोदी भगवान जैसे, वे यहां विकास करने आए हैं ', पीएम की नीतियों से प्रभावित होकर किसान ने बनाया 'नमो मंदिर', दिन में चार बार होती है आरती | 'Modi is like God, he has come here to develop', Impressed by PM's policies, farmer built 'Namo Mandir', Aarti is done four times a day

‘मोदी भगवान जैसे, वे यहां विकास करने आए हैं ‘, पीएम की नीतियों से प्रभावित होकर किसान ने बनाया ‘नमो मंदिर’, दिन में चार बार होती है आरती

'मोदी भगवान जैसे, वे यहां विकास करने आए हैं ', पीएम की नीतियों से प्रभावित होकर किसान ने बनाया 'नमो मंदिर', दिन में चार बार होती है आरती

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:25 PM IST, Published Date : December 27, 2019/9:00 am IST

चेन्नई। तमिलनाडु के त्रिची में किसान पी. शंकर पीएम मोदी से इतना प्रभावित है कि उसने अपने खेत में उनका मंदिर बनाया है। मंदिर का नाम ही उन्होंने ‘नमो’ रख दिया है। किसान पी. शंकर इस मंदिर में दिन में चार बार आरती करते हैं, उनके साथ स्थानीय रहवासी इस आरती में शामिल होते हैं। पी शंकर की इच्छा है कि खुद पीएम मोदी आकर इस मंदिर का उद्घाटन करें। मंदिर में मोदी की प्रतिमा के अलावा एमजी रामचंद्रन, जे जयललिता और तमिलनाडु के सीएम के पलानीस्वामी की फोटो भी लगाई गई है पी शंकर का कहना है कि – “मोदी भगवान जैसे हैं, क्योंकि वे यहां विकास करने आए हैं।”
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किसान पी. शंकर अपने गांव इराकुडी में कृषक संघ के अध्यक्ष भी हैं। इस मंदिर के विषय में पी शंकर ने बताया कि वह 2014 से मंदिर बनाने की सोच रहे थे। पहले उन्होंने पीएम मोदी की धातु की मूर्ति बनवाने की कोशिश की, लेकिन इस पर 1 लाख रुपए खर्च आ रहा था। ग्रेनाइट की मूर्ति में भी 80 हजार रु का खर्च आ रहा था। इतनी रकम उनके पास नहीं थी, इसीलिए पत्थर और सीमेंट से दो फीट ऊंची मूर्ति तैयार कराई है। इस मूर्ति और मंदिर बनवाने में तकरीबन 10 हजार रुपए का खर्च आया है। किसान ने मंदिर बनाने में किसी तरह की मदद नहीं ली है।

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किसान की मानें तो मोदी के लिए उनके प्यार और सम्मान की मिसाल है। इसके निर्माण के पीछे कई वजह हैं। एक वजह है मेडिकल एडमिशन के लिए आयोजित होने वाली नीट परीक्षा। उनकी बेटी को प्लस 2 में 1105 अंक मिले थे। मेडिकल परीक्षा में वह 2 अंक से फेल हो गई। प्राइवेट मेडिकल कॉलेज दाखिले के लिए मोटी रकम मांग रहे थे। इस पर बेटी का एडमिशन अन्ना यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग कम्प्यूटर साइंस में कराया। अब नीट लागू होने से मेडिकल में एडमिशन का अवैध धंधा बंद हो गया है।