Modeling industry for tribal women
गुजरात। Modeling industry for tribal women: सूरत की पहचान है कपड़ा उद्योग और कपड़ा उद्योग की पहचान का पर्याय हैं महिलाएं। सूरत के विकास में जितना महत्व कपड़ा उद्योग का है उतना ही यहां के कपड़ा उद्योग में महिलाओं का महत्व है। सूरत में आदिवासी महिलाओं के लिए मॉडलिंग उद्योग तेजी से बढ़ रहा है। एक मॉडल ने बताया, “मैं आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से हूं इसलिए मुझे इस क्षेत्र में आना पड़ा। यहां अच्छी कमाई है, ज्यादा पैसे मिलते है। मैं रोजना लगभग 200-250 साड़ियां पहन लेती हूं।”
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गुजरात: सूरत में आदिवासी महिलाओं के लिए मॉडलिंग उद्योग तेजी से बढ़ रहा है।
एक मॉडल ने बताया, "मैं आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से हूं इसलिए मुझे इस क्षेत्र में आना पड़ा। यहां अच्छी कमाई है, ज्यादा पैसे मिलते है। मैं रोजना लगभग 200-250 साड़ियां पहन लेती हूं।"(06.09) pic.twitter.com/t3kJwy5FJO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 7, 2022
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Modeling industry for tribal women: बता दे कि स्थानीय कपड़ा उद्योग में लगभग तीन लाख महिलाएं जुड़़ी हैं। कपड़ा उद्योग में निचले स्तर से लेकर मैनेजमेन्ट तक महिलाओं ने बखूबी काम संभाल रखा है। सूरत के कपड़ा उद्योग में लगभग 400 डाइंग-प्रोसेसिंग यूनिट, सात लूम्स मशीनें, एक लाख एम्ब्रॉयडरी मशीनें हैं। लगभग आठ से 10 लाख लोगों को इससे रोजगार मिलता है। इनमें महिलाओं की संख्या भी लगभग ढाई से तीन लाख है।