नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (भाषा) मिजोरम के एक सांसद ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाया और केंद्र सरकार से दोनों समुदायों के बीच मध्यस्थता कराने और अशांति रोकने के लिए कदम उठाने की मांग की।
जोरम पीपुल्स मूवमेंट के रिचर्ड वनलालमंगईहा ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि मणिपुर में पिछले करीब डेढ़ साल से सामुदायिक हिंसा जारी है, लेकिन राज्य में अधिक संख्या में अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को भेजना इसका उचित समाधान नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि मणिपुर में हिंसा से बड़ी संख्या में लोग आंतरिक तौर पर विस्थापित हुए हैं और केंद्र सरकार ने उनके पुनर्वास के लिए बड़ी धनराशि राशि दी है जिसके लिए वह धन्यवाद की पात्र है।
सांसद ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार से मेरा अनुरोध है कि दोनों समुदायों के सदस्यों के बीच मध्यस्थता कराएं और बैठकर नेतृत्व परिवर्तन, अलग-अलग प्रशासन, परिवारों को मुआवजा तथा संघर्ष विराम जैसे विषयों पर बात की जाए।’’
उन्होंने कहा कि अगर मणिपुर में हिंसा नहीं रोकी गई तो और कई जान जा सकती हैं।
भाषा वैभव माधव
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