चुनाव के दौरान ‘मन की बात’ के जरिए संवाद न कर पाने की बहुत कमी महसूस हुई: प्रधानमंत्री मोदी |

चुनाव के दौरान ‘मन की बात’ के जरिए संवाद न कर पाने की बहुत कमी महसूस हुई: प्रधानमंत्री मोदी

चुनाव के दौरान ‘मन की बात’ के जरिए संवाद न कर पाने की बहुत कमी महसूस हुई: प्रधानमंत्री मोदी

:   Modified Date:  June 30, 2024 / 04:41 PM IST, Published Date : June 30, 2024/4:41 pm IST

नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि लोकसभा चुनाव की घोषणा के कारण तकरीबन चार महीने तक वह ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए लोगों से संवाद नहीं कर सके और इस दौरान महीने के हर आखिरी रविवार को उन्हें इसकी ‘‘बहुत कमी’’ महसूस हुई।

तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद ‘आकाशवाणी’ के मासिक रेडियो कार्यक्रम की 111वीं कड़ी में देशवासियों के साथ अपने विचार साझा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात कही।

करीब 30 मिनट के अपने संबोधन में मोदी ने लोकसभा चुनाव, पेरिस ओलंपिक, ‘वोकल फॉर लोकल’, पर्यावरण, संस्कृत और भारतीय संस्कृति के दुनिया भर में बढ़ते प्रभाव सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।

‘मन की बात’ कार्यक्रम की पिछली कड़ी का प्रसारण 25 फरवरी को हुआ था। लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद लागू आदर्श आचार संहिता के मद्देनजर इस कार्यक्रम का प्रसारण स्थगित कर दिया गया था।

मोदी ने कहा, ‘‘फरवरी से लेकर अब तक… जब भी महीने का आखिरी रविवार आने को होता था तब मुझे आपसे इस संवाद की बहुत कमी महसूस होती थी।’’

उन्होंने कहा कि लेकिन उन्हें यह देखकर बहुत अच्छा भी लगा कि इन महीनों में लोगों ने उन्हें लाखों संदेश भेजे।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मन की बात कार्यक्रम भले ही कुछ महीने बंद रहा हो लेकिन, ‘मन की बात’ की जो भावना है वह देश में, समाज में, हर दिन अच्छे काम, नि:स्वार्थ भावना से किए गए काम, समाज पर सकारात्मक असर डालने वाले काम निरंतर चलते रहे।’’

मोदी के लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद ‘मन की बात’ की यह पहली कड़ी थी।

प्रधानमंत्री ने इसके 110वें संस्करण में कहा था कि अगली बार जब वह इस कार्यक्रम के जरिए लोगों से रूबरू होंगे तो नयी ऊर्जा और नयी जानकारी के साथ मिलेंगे।

भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

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