Milk price increase: देशभर में दूध की बढ़ती खपत और मांग के बीच एक बार फिर से दाम बढ़ाने की तैयारी की जा रही हैं। एक फाइनेंसियल सर्विस रिपोर्ट में कहा गया है कि मांग ऊची बने रहने के कारण आगे भी दूध की कीमतों का बढ़ना जारी रहेगा। दूध और इसके उत्पादों में पिछले वर्ष की तुलना में मासिक वृद्धि 0.8 फीसदी रही है। इन सबके बीच कम्पनिया इन कीमतों की फिर से समीक्षा कर रहा हैं। आने वाले दिनों में दामों में बढ़ोत्तरी होने की पूरी आशंका हैं।
दूध की कीमतों में जारी तेजी की कई वजहें हैं। इसमें बढ़ती लागत, महामारी के कारण व्यवधान और अंतरराष्ट्रीय कीमतें जुड़ी हैं। हालांकि, पशुओं के चारे के दाम में लगातार बढ़ोतरी इसका प्रमुख कारण है। फरवरी, 2022 से चारे की कीमतें 10 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुकी हैं। वास्तव में मई के बाद से इसकी कीमतों में कभी भी 20% से कम वृद्धि नहीं हुई है। पिछले तीन महीने में चारे की कीमतों में कुछ कमी आई है, लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में यह अब भी औसतन छह फीसदी से ज्यादा है।
Milk price increase: दूध का उत्पादन कम हो गया है, और डेयरियां साल भर कम दूध की खरीद करती रही हैं। वित्त वर्ष 2021 से 2022 के दौरान डेयरी का निर्यात दोगुना हो गया था। खासकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतें बढ़ने से वित्त वर्ष 2023 में भी ऐसा ही रुझान रहने वाला है। सितंबर के बाद से दुधारु पशु बेहतर चारे की उपलब्धता और कम तापमान के साथ आम तौर पर अधिक दूध देते हैं।
Follow us on your favorite platform: