तिरुवनंतपुरम, 11 सितंबर (भाषा) मलयालम फिल्म उद्योग में काम करने वाली महिला पेशेवरों के संगठन वुमन इन सिनेमा कलेक्टिव (डब्ल्यूसीसी) की प्रतिनिधियों ने बुधवार को केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से मुलाकात की और न्यायमूर्ति के. हेमा समिति की रिपोर्ट में हुए विस्फोटक खुलासों को लेकर उपजे विवादों के बीच मुख्यमंत्री के साथ चर्चा की।
मलयालम फिल्म उद्योग में महिलाओं के कथित शोषण और उनके साथ खराब बर्ताव का रिपोर्ट में खुलासा किया गया है।
रेवती और रीमा कलिंगल जैसी जानी मानी अभिनेत्रियां, पटकथा लेखक दीदी दामोदरन और संपादक बीना पॉल वेणुगोपाल आदि ने सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में उनसे मुलाकात की।
बाद में कलिंगल ने पत्रकारों को बताया कि वे फिल्म उद्योग में सभी पक्षों को एकसाथ लाना चाहती हैं। हालांकि उन्होंने और डब्ल्यूसीसी की अन्य किसी सदस्य ने मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
मुख्यमंत्री के साथ डब्ल्यूसीसी प्रतिनिधियों की इस मुलाकात से एक दिन पहले ही केरल उच्च न्यायालय ने राज्य की वामपंथी सरकार की खिंचाई करते हुए कहा था कि न्यायमूर्ति के. हेमा समिति की रिपोर्ट पर कार्रवाई में उसकी निष्क्रियता ‘‘बेहद खतरनाक’’ है।
न्यायमूर्ति ए. के. जयशंकरन नांबियार और न्यायमूर्ति सी. एस. सुधा की विशेष खंडपीठ ने मंगलवार को कहा कि सरकार को यह रिपोर्ट चार साल पहले मिली थी और उसे तत्काल जवाब देना चाहिए था। पीठ ने निर्देश दिया कि पूरी रिपोर्ट विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंपी जाए ताकि कानून के अनुसार आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
न्यायमूर्ति के. हेमा समिति का गठन केरल सरकार ने 2017 में एक अभिनेत्री के यौन उत्पीड़न का मामला सामने आने के बाद किया था। इसकी रिपोर्ट में मलयालम सिनेमा उद्योग में महिलाओं के उत्पीड़न एवं शोषण के मामलों का खुलासा हुआ था।
भाषा सुरभि अविनाश
अविनाश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पंजाब: नगर निकाय चुनाव के तहत अपराह्न एक बजे तक…
49 mins agoशाह के इस्तीफे की मांग को लेकर मुहिम तेज करेगी…
49 mins ago