(चरणजीत सिंह)
गिद्दड़बाहा (पंजाब), 11 नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी मनप्रीत सिंह बादल अपना गढ़ हारने के 12 साल बाद फिर से चुनाव लड़ने तथा एक ‘‘आदर्श’’ विधानसभा क्षेत्र बनाने के वादे के साथ गिद्दड़बाहा लौट आए हैं जिसका प्रतिनिधित्व कभी उनके चाचा एवं दिग्गज अकाली नेता प्रकाश सिंह बादल ने किया था।
राज्य के पूर्व वित्त मंत्री इस निर्वाचन क्षेत्र के गांवों का दौरा कर रहे हैं और राज्य के पांच बार मुख्यमंत्री रहे दिवंगत प्रकाश सिंह बादल की छवि भुनाने की कोशिश कर रहे हैं।
मनप्रीत (62) का मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी हरदीप सिंह डिम्पी ढिल्लों और कांग्रेस प्रत्याशी अमृता वडिंग से है जो कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की पत्नी हैं। शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) ने इस सीट से सुखराज सिंह को प्रत्याशी बनाया है।
कांग्रेस विधायक रहे राजा वडिंग के 2024 के संसदीय चुनाव में लुधियाना सीट से लोकसभा में चुने जाने के बाद गिद्दड़बाहा सीट खाली हो गयी।
मुक्तसर जिले में स्थित इस सीट को कभी अकालियों का गढ़ माना जाता था और प्रकाश सिंह बादल ने लगातार पांच बार – 1969, 1972, 1977, 1980 और 1985 में इसका प्रतिनिधित्व किया।
मनप्रीत ने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के टिकट पर 1995 में गिद्दड़बाहा से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था और 1995, 1997, 2002 तथा 2007 में यहां से जीत हासिल की थी।
शिअद से नाता तोड़ने के बाद मनप्रीत ने पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब के टिकट पर 2012 में गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़ा, लेकिन वह वडिंग से हार गए।
इसके बाद उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर 2017 में बठिंडा शहरी विधानसभा सीट से सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा। वह 2022 में फिर हार गए और 2023 में भाजपा में शामिल हो गए।
राजा वडिंग ने 2012, 2017 और 2022 में गिद्दड़बाहा से जीत हासिल की।
मनप्रीत ने कहा, ‘‘अगले दो साल में हम गिद्दड़बाहा को आदर्श विधानसभा क्षेत्र के तौर पर विकसित करना चाहते हैं ताकि बाकी के 116 विधानसभा क्षेत्रों को दिखा सके कि भाजपा का मॉडल कैसा दिख सकता है। मैं पंजाब के लोगों को दिखाना चाहता हूं कि गिद्दड़बाहा क्या हासिल कर सकता है। यह शेष पंजाब के लिए एक अनुकरणीय मॉडल होना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरी पहली प्राथमिकता गिद्दड़बाहा को अमृत-2 कार्यक्रम के तहत एक स्मार्ट सिटी घोषित करवाना होगा। इसके बाद सीवर की सफाई, पेयजल, सड़कों, पार्क और स्ट्रीट लाइट के लिए पैसा भारत सरकार से मिलेगा। मैंने अपने नेतृत्व से भी बात की है।’’
अपने चाचा तथा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री के बारे में पूछे जाने पर मनप्रीत ने कहा कि लोगों ने उनसे कहा है कि वह अकाली दल के दिग्गज नेता की याद दिलाते हैं।
इस निर्वाचन क्षेत्र में लौटने पर लोगों की प्रतिक्रिया के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिक्रिया काफी भावुक रही है। जब लोग मुझे देखते हैं तो रोने लगते हैं।’’
भाजपा नेता ने दावा किया कि पिछले 15 साल में इस निर्वाचन क्षेत्र में हालात बिल्कुल नहीं बदले हैं।
पंजाब में चार विधानसभा सीटों – गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक, छब्बेवाल और बरनाला के लिए उपचुनाव 20 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी।
भाषा गोला मनीषा
मनीषा
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