Manmohan Singh Government School in Pakistan : नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 92 वर्ष की आयु में गुरुवार रात को हो गया। वे देश के 14वें प्रधानमंत्री थे और उनके पाकिस्तान से भी गहरे संबंध थे। उन्होंने विभाजन के समय बहुत कुछ सहा था, और अपने परिवार के साथ पाकिस्तान से भारत आकर पंजाब के अमृतसर में बस गए थे।
मनमोहन सिंह का जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल जिले के गाह गांव में हुआ था। 2004 में जब वे प्रधानमंत्री बने, तो यह खबर पाकिस्तान में भी सुर्खियों में रही थी। 2007 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की तत्कालीन सरकार ने गाह गांव को आदर्श गांव बनाने की घोषणा की थी। वर्तमान में गाह गांव में एक सरकारी स्कूल है, जिसे मनमोहन सिंह के नाम पर ‘मनमोहन सिंह गवर्नमेंट बॉयज स्कूल’ के नाम से जाना जाता है। यही स्कूल में उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की थी।
Manmohan Singh Government School in Pakistan : गाह गांव के लोग आज भी मनमोहन सिंह से जुड़ी यादों को संजोए रखते हैं। यहां के निवासी राजा मोहम्मद अली बताते हैं कि वे और मनमोहन सिंह एक साथ पहली से चौथी कक्षा तक पढ़े थे और बचपन में कई बार साथ खेले भी थे। विभाजन के बाद उनका परिवार भारत आ गया, लेकिन दोनों का संपर्क बना रहा। राजा मोहम्मद अली ने यह भी बताया कि एक बार वे भारत आए थे और मनमोहन सिंह से मिले थे।
मनमोहन सिंह का जीवन और उनका पाकिस्तान से जुड़ा इतिहास न केवल भारत बल्कि पाकिस्तान में भी महत्वपूर्ण था, और उनकी शिक्षा, संघर्ष और राजनीतिक यात्रा दोनों देशों में चर्चा का विषय रही।
The childhood home of Manmohan Singh in the village Gah, located now in Pakistan pic.twitter.com/RDEnBuAWDh
— Potomac Singh (@reasonablesikh) December 26, 2024
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