मणिपुर। Manipur Violance: मणिपुर में एक बार फिर हिंसा की आग तेज हो चुकी है। पिछले साल मई महीने से ही राज्य जातीय संघर्ष से जूझ रहा है। इस बीच खबर आई है कि इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम में कर्फ्यू जैसे हालात बन गए हैं। हिंसा भड़कने के बाद इंफाल शहर फिर आग की तरह जलने लगा है। वहीं जिले में कर्फ्यू लगने के बाद प्रशासन ने इंफाल में सरकारी स्कूल और कॉलेज को 19 नवंबर तक बंद की घोषणा की है। सचिवालय उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग ने आदेश में कहा गया है, ” कई जिलों में जिला मजिस्ट्रेट द्वारा लगाए गए कर्फ्यू के मद्देनजर और छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा पर विचार करते हुए यह फैसला लिया गया है।’
वहीं इससे पहले हिंसा प्रभावित जिरीबाम जिले में रविवार रात कई राजनीतिक दलों के कार्यालयों में आगजनी की घटनाएं हुई है। इस बीच बच्चों सहित छह शवों की बरामदगी के बाद जिरीबाम में शनिवार से व्यापक विरोध-प्रदर्शन के बाद सेना सहित संयुक्त सुरक्षा बलों ने रविवार रात इंफाल में फ्लैग मार्च किया। कुकी-जो जनजाति के एक प्रमुख संगठन, स्वदेशी जनजातीय नेताओं के मंच (आईटीएलएफ) ने रविवार रात कहा कि, जिरीबाम में शनिवार रात कम से कम पांच चर्च, एक स्कूल, एक पेट्रोल पंप और आदिवासियों के 14 घरों को प्रतिद्वंद्वी समुदाय के हमलावरों ने जला दिया।
मुख्य सचिव विनीत जोशी ने सात जिलों – इम्फाल पश्चिम, इम्फाल पूर्व, बिष्णुपुर, थौबल, काकचिंग, कांगपोकपी और चुराचांदपुर में शनिवार शाम से दो दिन के लिए मोबाइल इंटरनेट और डाटा सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया। मणिपुर पुलिस ने यह भी घोषणा की है कि जिरिबाम और फेराजवाल जिलों में अगले दो दिन के लिए इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी रहेगी।
Manipur Violance: इस बीच मणिपुर के हालात पर केंद्रीय गृह मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठक की जाएगी। गृह मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया कि, सुरक्षाबलों को आदेश दिया गया है कि वे मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं, क्योंकि राज्य की सुरक्षा स्थिति पिछले कुछ दिनों से नाजुक बनी हुई है। वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी महाराष्ट्र चुनावी रैलियां रद्द कर मणिपुर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने का फैसला लिया है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि, दोनों समुदायों के अपराधी हिंसा में शामिल हो रहे हैं, जिससे जान-माल की हानि और सार्वजनिक व्यवस्था में विघ्न आ रहा है। हिंसा में शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।