इंफाल, 15 नवंबर (भाषा) बोरोबेक्रा में उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी के बाद राहत शिविर से लापता हुए छह लोगों का पता लगाने के लिए चलाए जा रहे तलाशी अभियान की निगरानी के लिए मणिपुर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को जिरीबाम जिले में भेजा गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि तीन महिलाओं और तीन बच्चों की तलाश के लिए सुरक्षा बलों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की निगरानी तथा समन्वय के लिए महानिरीक्षक (आईजी) एवं उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) ‘रैंक’ के अधिकारी जिरीबाम में मौजूद हैं।
इंफाल घाटी स्थित नागरिक सामाजिक संगठनों ने आरोप लगाया है कि उग्रवादियों ने बोरोबेक्रा पुलिस थाने पर उनके हमले को सुरक्षा बलों द्वारा विफल किए जाने के बाद, पीछे हटते समय छह व्यक्तियों का अपहरण कर लिया था जिनका अब तक पता नहीं चल पाया है।
पुलिस के अनुसार, सोमवार को हुए हमले के बाद हुई मुठभेड़ में 10 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए। हालांकि, राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मृतकों की संख्या 11 बताई है।
लापता हुए ये छह लोग पुलिस थाना परिसर में बने राहत शिविर में रह रहे थे।
लापता व्यक्तियों की ‘‘तत्काल रिहाई’’ की मांग को लेकर बृहस्पतिवार रात इंफाल और जिरीबाम में मोमबत्ती जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
जिरीबाम में प्रदर्शनकारियों ने विधायक सहित स्थानीय राजनेताओं की आलोचना की और उनपर लापता लोगों की तलाश के लिए पहल नहीं करने का आरोप लगाया।
लापता हुए छह लोगों की सोशल मीडिया पर कथित तस्वीर आई है। पुलिस ने कहा कि उन्होंने पोस्ट को देखा है, लेकिन पुलिस ने उनके अपहरण की पुष्टि नहीं की।
भाषा यासिर मनीषा
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