इंफाल, 28 दिसंबर (भाषा) इंफाल घाटी के पांच जिलों में बुलाए गए बंद के कारण शनिवार को सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। थौबल में 14 दिसंबर को पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक व्यक्ति की मौत और छह हथियारबंद लोगों की गिरफ्तारी के विरोध में इस बंद का आह्वान किया गया था।
दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे, वहीं वाहन भी सड़कों से दूर रहे।
संयुक्त कार्रवाई समिति द्वारा बुलाए गए बंद के समर्थकों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया और इंफाल पश्चिम के लाम्फेल सनाकेथेल में टायर जलाए।
बिष्णुपुर जिले में बंद समर्थकों ने कुछ वाहनों में तोड़फोड़ की। 24 घंटे का यह बंद शुक्रवार शाम छह बजे शुरू हुआ था।
मणिपुर अखंडता समन्वय समिति (सीओसीओएमआई) की छात्र और महिला शाखा ने बंद का समर्थन दिया। सीओसीओएमआई कई मैतेई नागरिक संस्थाओं का समूह है।
पुलिस ने बताया कि थौबल के सालुंगफाम में मुठभेड़ में मारा गया व्यक्ति और गिरफ्तार किए गए छह लोग प्रतिबंधित संगठन पीआरईपीएके के सदस्य हैं। यह संगठन जबरन वसूली में कथित तौर पर शामिल है।
अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार लोगों के पास से, पुलिस शस्त्रागार से लूटे गए हथियारों सहित भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए।
हालांकि, बंद समर्थकों ने दावा किया कि गिरफ्तार किये गये लोग ‘ग्राम स्वयंसेवक’ हैं, जो सशस्त्र कुकी लोगों से अपने गांवों की सुरक्षा कर रहे थे।
भाषा जितेंद्र अविनाश
अविनाश