इंफाल, 21 मार्च (भाषा) मणिपुर के जिरीबाम जिले में मेइती समुदाय के शीर्ष संगठन द्वारा एक विधायक पर उपद्रवियों को हथियार मुहैया कराने का आरोप लगाए जाने के एक दिन बाद, विधायक ने शुक्रवार को आरोप को खारिज कर दिया और इसे ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताया।
जिरी अपुनबा लुप (जेएएल) ने जिरीबाम से विधायक मोहम्मद अचब उद्दीन के खिलाफ आरोप लगाते हुए एक प्रेस बयान जारी किया था। हालांकि, जेएएल ने दिन में एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि यह संगठन के ‘‘कार्यकारी निकायों’’ से संबंधित नहीं है।
अचब उद्दीन ने शुक्रवार को यहां अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह एक झूठा और दुर्भाग्यपूर्ण आरोप है। मैं धर्म और जातीयता से परे जिरीबाम के लोगों के कल्याण के लिए काम कर रहा हूं। मैं इस आरोप से बहुत परेशान हूं।’’
विधायक ने कहा कि उन्होंने आरोपों के संबंध में मणिपुर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि संगठन ने स्पष्टीकरण भी जारी किया है, लेकिन उस बयान पर किसी के हस्ताक्षर नहीं हैं।
जेएएल ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा था, ‘‘विधायक ने कई बैठकें आयोजित कीं… (उपद्रवियों को) आर्थिक मदद, युद्ध सामग्री और सहायक उपकरण दिए। लेकिन मुसलमान मेइती लोगों के साथ शांतिपूर्वक रहना चाहते हैं। इसलिए उनकी साजिश विफल हो गई।’’
शुक्रवार को जारी बयान में संगठन ने कहा, ‘‘हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि इसका हमारे कार्यकारी निकायों से कोई संबंध या सरोकार नहीं है।’’
जेएएल ने ‘‘सभी हितधारकों और आम जनता से जिरीबाम जिले में शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील भी की।’’
भाषा देवेंद्र पारुल
पारुल
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