मणिपुर के मुख्यमंत्री ने डीजीपी को दो अपहृत युवकों की रिहाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए |

मणिपुर के मुख्यमंत्री ने डीजीपी को दो अपहृत युवकों की रिहाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए

मणिपुर के मुख्यमंत्री ने डीजीपी को दो अपहृत युवकों की रिहाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए

:   Modified Date:  September 30, 2024 / 01:53 PM IST, Published Date : September 30, 2024/1:53 pm IST

इंफाल, 30 सितंबर (भाषा) मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सोमवार को कहा कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को तीन दिन पहले कांगपोकपी जिले में उग्रवादियों द्वारा कथित रूप से अपहृत किए गए तीन युवकों में से दो की रिहाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही है।

जन नेता हिजाम इराबोट की 128वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बातचीत में सिंह ने कहा, ‘‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। तीन युवकों में से एक को रिहा कर दिया गया है, जबकि दो अन्य अभी भी आतंकवादियों के कब्जे में हैं। केंद्र और राज्य सरकार दोनों युवकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने के लिए संपर्क में हैं। हम अभी बातचीत में लगे हुए हैं।’’

प्रसिद्ध नेता हिजाम इराबोत को मणिपुर के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक विकास में उनके योगदान के लिए जाना जाता है।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सेना द्वारा बचाए गए एन. जॉनसन सिंह अपने दो दोस्तों के साथ मणिपुर के इंफाल वेस्ट जिले के न्यू कीथेलमानबी में केंद्रीय बलों के लिए कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) जीडी भर्ती परीक्षा देने गए थे, लेकिन वे रास्ता भटककर कुकी बहुल कांगपोकपी पहुंच गए।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि थौबल जिले के रहने वाले तीनों लोगों को कंगपोकपी में हथियारबंद लोगों ने कथित तौर पर अगवा कर लिया।

सिंह ने कहा, ‘‘डीजीपी अपहरणकर्ताओं से स्वयं बातचीत करने उस स्थान पर गए हैं। हमारा मानना ​​है कि इसका सकारात्मक परिणाम आएगा। उन्होंने कुछ मांगें रखी हैं… लेकिन सरकार दोनों युवकों को बिना शर्त रिहा करने का प्रयास कर रही है।’’

पुलिस ने बताया कि मणिपुर में सुरक्षा बल दोनों लापता युवकों का पता लगाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

समाज सुधारक की जयंती पर सिंह ने कहा, ‘‘मैं इस अवसर पर देश के लोगों को अपनी शुभकामनाएं देना चाहता हूं। हमें राज्य को उनकी शिक्षाओं और कार्यों की नींव पर आधारित बनाने का प्रयास करना चाहिए।’

भाषा यासिर नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)