नयी दिल्ली, 11 दिसंबर (भाषा) विशिष्ट प्रौद्योगिकी से जुड़े मुंबई आधारित स्टार्ट-अप ‘मनस्तु स्पेस टेक्नोलॉजीज’ ने उपग्रहों को वांछित कक्षाओं में रखने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली अपनी हरित प्रणोदन तकनीक बुधवार को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) को सौंप दी।
स्टार्ट-अप के संस्थापक तुषार जाधव और अष्टेश कुमार ने डीआरडीओ के प्रमुख सतीश कामत को ‘आईबूस्टर ग्रीन प्रपल्शन सिस्टम’ नामक प्रौद्योगिकी हस्तांतरित की।
विशेष रूप से 100-500 किलोग्राम के उपग्रहों के लिए डिजाइन की गई प्रौद्योगिकी कक्षा उत्थान, अंतरिक्ष यानों को एक-दूसरे या किसी खगोलीय पिंड से निश्चित दूरी पर रखने और उपग्रहों को कक्षा से बाहर लाने जैसी महत्वपूर्ण सुविधाएं प्रदान करती है।
वैश्विक मंच पर प्रणाली की क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान के आगामी मिशन में अंतरिक्ष में प्रौद्योगिकी का परीक्षण किया जाएगा।
जाधव ने कहा, ‘‘डीआरडीओ को यह प्रौद्योगिकी प्रदान करना हमारे लिए गौरवपूर्ण है। यह अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए हरित, सुरक्षित और अत्यधिक कुशल समाधान हासिल की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।’’
भाषा नेत्रपाल नरेश
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