राजकोट,10 जनवरी (भाषा) गुजरात के राजकोट में स्वयंभू संत आसाराम के पूर्व सहयोगी एवं आयुर्वेद चिकित्सक अमृत प्रजापति की उनके क्लिनिक में की गयी हत्या के सिलसिले में वांछित व्यक्ति को 10 साल से अधिक समय बाद गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गुजरात पुलिस ने आरोपी किशोर बोडके को कर्नाटक के कलबुर्गी शहर के एक आश्रम से पकड़ा, जहां वह अपनी पहचान छिपाकर ‘सेवक’ के तौर पर रह रहा था।
पुलिस उपायुक्त (अपराध) पार्थराजसिंह गोहिल ने बताया कि बोडके उस 11 सदस्यीय गिरोह का हिस्सा था, जिसने गुजरात और राजस्थान में, आसाराम के खिलाफ दर्ज यौन उत्पीड़न के मामलों को कमजोर करने के लिए गवाहों को खत्म करने की साजिश रची थी।
आसाराम बलात्कार के एक मामले में जोधपुर जेल में कैद है।
आसाराम के निजी चिकित्सक रहे प्रजापति की जून 2014 में राजकोट स्थित उनके औषधालय (क्लीनिक) में दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
आयुर्वेद चिकित्सक, आसाराम के कुकृत्यों के बारे में मुखर रहे थे और 2013 में अहमदाबाद में दो पीड़ित बहनों में से एक द्वारा दर्ज बलात्कार मामले में गवाह भी बने थे।
भाषा
राजकुमार सुभाष
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