Cyber Fraud Case: नई दिल्ली। आजकल साइबर फ्रॉड के आए दिन नए नए मामले सुनने और पढ़ने को मिलते हैं। बता दें कि अभी हाल ही में साइबर फ्रॉड का एक नया मामला सामने आया है, जहां जहां विक्टिम ने खुद दूसरों के अकाउंट में 52 लाख रुपए कर दिए और साइबर फ्रॉड का शिकार हो गया। दरअसल यह मामला एक वाट्सएप ग्रुप के साथ शुरू हुआ। इस मामले में विक्टिम को ऑनलाइन ट्रेडिंग से कमाई का चस्का लगा था, जिसमें वो इस कदर फंस गया कि उसे लाखों रुपए का चूना लग गया।
Read more: Road Accident: खड़े ट्रक से जा टकराई तेज रफ्तार कार, चार लोगों की दर्दनाक मौत
बता दें कि कर्नाटक के रहने वाले सुरेश नाम के व्यक्ति ने कंप्लेंट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि वह साइबर फ्रॉड का शिकार हो गए हैं। सर्कल पुलिस इंपेक्टर ने बताया कि सुरेश ने एक वाट्सएप ग्रुप जॉइन किया। ग्रुप में दावा किया है कि वह स्टॉक ट्रेडिंग संबंधित जानकारी देता है। साइबर क्रिमिनल्स, यहां ग्रुप के लोगों को शेयर खरीदने का सलाह देते। विक्टिम की ग्रुप की एक महिला से बात हुई, जिसने खुद का नाम रामादेवी पटेल बताया, जो एक ट्रेडिंग कंपनी की कर्मचारी हैं।
उसने विक्टिम को कॉल किया और उसके बाद एक विशेष कंपनी के IPO शेयर खरीदने के बारे में बताया। विक्टिम को पता नहीं चला कि वह एक साइबर ठग है। इसके बाद सुरेश को IBGINON नाम का मोबाइल ऐप इंस्टॉल करने को कहा, जिसे उसने इंस्टॉल कर लिया। पहले उसने जो रुपये इनवेस्ट किए, उस पर अच्छा रिटर्न मिला। शुरुआत में उसे अच्छे रिटर्न के बदले मिले रुपये की वजह से लालच लग गया।
Cyber Fraud Case: इसके बाद साइबर फ्रॉड रामादेवी ने एक वॉलेट तैयार किया है, जो इनवेस्टमेंट के साथ-साथ बेनेफिट्स भी दिखाता रहा। यह रकम 78 लाख रुपये पर पहुंच गई। जब विक्टिम ने अपने रुपयों को निकालने की कोशिश की, तो साइबर ठगों ने उसे ऐसा नहीं करने दिया। साइबर क्रिमिनल्स ने अलग-अलग बहाने लगाए। विक्टिम ने अपनी यह रकम कई अलग-अलग बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की। जो बैंक खाते पंजाब नेशनल बैंक, SBI और ICICI जैसे अकाउंट में थे। विक्टिम ने टोटल 52.5 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए, जिसमें से 18 लाख एक ही ट्रांजैक्शन में शेयर किए थे।