कोलकाता, छह जनवरी (भाषा) तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता कुणाल घोष ने कहा कि पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी एक लोकप्रिय राजनीतिक दल बनाने में सफल रहीं जो काम संसदीय राजनीति में नेताजी सुभाष चंद्र बोस भी नहीं कर पाए थे।
बोस ने 1939 में कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद ‘ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक’ का गठन किया था।
घोष ने रविवार को कहा, ‘‘ऐतिहासिक दृष्टि से देखें तो नेताजी महत्वपूर्ण स्वतंत्रता सेनानी हैं, लेकिन पार्टी बनाने के बाद संसदीय राजनीति में असफल रहे।’’ उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस छोड़ने के बाद किसी के लिए लोकप्रिय राजनीतिक दल बनाना दुर्लभ बात है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस, संघर्ष करने की ममता बनर्जी की क्षमता को पहचानने में नाकाम रही। पार्टी नेतृत्व के साथ मतभेदों के बाद बनर्जी को 1997 में कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया।
घोष ने कहा, ‘‘लेकिन बंगाल के लोगों ने कांग्रेस से उनके निष्कासन को स्वीकार नहीं किया और इसीलिए उन्होंने उनकी पार्टी को उस मुकाम पर पहुंचाया जिसकी वह हकदार थी।’’
घोष की यह टिप्पणी कांग्रेस की प्रदेश इकाई के पूर्व प्रदीप भट्टाचार्य के शनिवार के उस दावा के बाद आई जिसमें उन्होंने कहा था कि बनर्जी के निष्कासन ने पश्चिम बंगाल में पार्टी की स्थिति को कमजोर कर दिया।
पूर्व सांसद भट्टाचार्य ने कहा कि कांग्रेस की प्रदेश इकाई के तत्कालीन प्रमुख सोमेन मित्रा ने उस समय के पार्टी प्रमुख सीताराम केसरी के निर्देश पर 1997 में बनर्जी को निष्कासित कर दिया था।
भाषा
खारी अविनाश
अविनाश
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