कोलकाता: Mamata Banerjee on Ram Navami लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है सियासी गलियारों में सरगर्मी तेजी से बढ़ती जा रही है। सियासी पारा हाई होने के साथ ही नेताओं की बयानबाजी भी शुरू हो चुकी है, जो अब सीमाएं लांघने लगी है। सियासी बयानबाजी के इस दौर में बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ऐसा बयान दिया जिसे लेकर बवाल मच सकता है। ममता बनर्ती ने ये बात कूचबिहार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कही है।
Mamata Banerjee on Ram Navami ममता बनर्जी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ”वे (बीजेपी) लोग तय करेंगे कि आप क्या खाएंगे। बीजेपी सुबह की चाय के साथ गौमूत्र पीने और दोपहर के भोजन के साथ गोबर खाने के लिए कहेगी। भाजपा का मकसद लोगों के जीवन में हर पहलू को कंट्रोल करना है। आप क्या खाते हैं, कहां जाते हैं, कितना सोते हैं और किससे मिलते हैं, इसपर भी उनकी नजर रहेगी।” ममता बनर्जी ने दावा किया कि अगर देश के लोकतंत्र और आजादी को बचाना चाहते हैं तो बीजेपी के शासन को हटा दें तभी देश को बचाया जा सकता है। अगर ये पार्टी चुनाव में जीतकर सत्ता में आती है तो फिर देश में कोई चुनाव नहीं होंगे। वे देश में वन लीडर, वन नेशन, वन भाषण और वन भोजन चाहते हैं।
ममता ने एक बार फिर बीजेपी पर दंगे भड़काने का आरोप लगाया और कहा कि 17 तारीख (रामनवमी) उनके लिए दंगा करने का दिन है। सीएम ने एक रैली में कहा, “उन्होंने कुछ स्थानों पर पुलिस और सेना को भगवा रंग में रंग दिया है। वह फिर से युद्ध करेंगे और एक और बात वे दंगा भी कर सकते हैं।” ममता ने लोगों से अपील की कि वे दंगे में शामिल ना हों और साथ ही उत्तरी बंगाल में बीजेपी के उम्मीदवार को “गुंडों का सरदार” बताया।
ममता बनर्जी ने कहा, “सीतलकूची में वह पिछली बार की तरह इस बार भी गोलियां चलाएंगे। मैं अल्पसंख्यक मित्रों को भी बताऊंगी कि क्या वे 17 तारीख को नारा दे रहे हैं। वह उनका दंगा करने का दिन है। मैं चाहती हूं कि उस दिन को एकता दिवस के रूप में मनाया जाए। अगर वे तुम्हें भी गाली देते हैं तो शांत रहो लेकिन उत्तेजित मत होइए। वो दंगा के बहाने एनआईए को मजबूर करना चाहते हैं।”