नई दिल्ली: आज राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने देश में चल रहे तमाम मुद्दों को उठाया। इस दौरान उन्होंने भर्ती का मुद्दा उठाया, इस पर चेयरमैन धनखड़ ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से जवाब मांगा। इसके अलावा खड़गे ने महंगाई का मुद्दा उठाया और 2014 के चुनाव में बीजेपी का चुनावी नारा याद दिलाया- महंगाई घटेगी, कमाई बढ़ेगी। उन्होंने सरकार को काम करने की सलाह दी और महात्मा गांधी के एक कथन का हवाला दिया।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अग्निवीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि, “अग्निवीर जैसी अनियोजित और ‘तुगलकी’ योजना लाकर युवाओं का मनोबल तोड़ा गया है। मैं मांग करता हूं कि अग्निवीर योजना को खत्म किया जाना चाहिए।”
इसके साथ ही विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने रेलवे का मुद्दा उठाया। इस पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने कुछ कहा। इस पर खड़गे ने उनसे कहा कि मैं आपके पिता को लेने गया था, चार बार गुलबर्गा आए, उस समय केवल रेल ही थी। मैं आपके पिता के कारण आपका सम्मान करता हूं।
खड़गे ने किसानों की आय पर बात करते हुए कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किसने किया था? उन्होंने एमएसपी को लेकर कानून बनाने की मांग करते हुए कहा कि आप इसे बनाएं, विपक्षी दल इस मुद्दे पर सरकार के साथ हैं। इसके अलावा खड़गे मणिपुर पर भी बात की। उन्होंने कहा कि इंडिया ब्लॉक के सांसद मणिपुर गए। सरकार उनके उनकी बात सुन सकती थी, लेकिन सरकार अपने भाषणों में बिजी रही।
मणिपुर पर संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान का जिक्र करते हुए खड़गे ने कहा कि संघ पहली बार किसी विषय पर सच बोल रहा है। मेरी बात मत सुनो, उनकी सुनो। इस पर धनखड़ ने उन्हें टोका। सभापति ने कहा कि कोई भी बात रिकॉर्ड पर नहीं जाएगी। धनखड़ ने गोवलकर से लेकर देवरस तक संघ प्रमुखों के नाम गिनाए और कहा कि इनका नाम इसलिए याद किया जाता है क्योंकि ये समाज को तोड़ने में लगे हुए हैं।
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