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नयी दिल्ली, 14 नवंबर (भाषा) कांग्रेस ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर बृहस्पतिवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उनके (नेहरू के) लोकतांत्रिक, प्रगतिशील और समावेशी मूल्य भारत की आधारशिला हैं और हमेशा रहेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नेहरू को आधुनिक भारत का निर्माता बताया और कहा कि वह भारत को शून्य से शिखर तक ले गए।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी यहां नेहरू के समाधि स्थल ‘शांतिवन’ जा कर, उनकी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की।
नेहरू का जन्म 1889 में उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में हुआ था। वह देश के स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी चेहरों में से एक थे और आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। वह सबसे अधिक समय तक देश के प्रधानमंत्री रहे। नेहरू ने 27 मई 1964 को अंतिम सांस ली।
राहुल ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा,‘‘ लोकतांत्रिक, प्रगतिशील, निडर, दूरदर्शी, समावेशी – ‘हिंद के जवाहर’ के यही मूल्य हमारे आदर्श और हिंदुस्तान के आधार स्तम्भ हैं और हमेशा रहेंगे।’’
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘ भारत को शून्य से शिखर तक पहुंचाने वाले, आधुनिक भारत के शिल्पकार, भारत को वैज्ञानिक, आर्थिक, औद्योगिक व विभिन्न क्षेत्रों में विकासशील बनाने वाले, देश को निरंतर ‘विविधता में एकता’ का संदेश देने वाले, लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी व हमारे प्रेरणास्रोत ‘हिन्द के जवाहर’ की 135वीं जयंती पर हम उनके देश के प्रति अभूतपूर्व योगदान को याद करते हैं।’’
खरगे ने नेहरू की पुस्तक ‘द डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ का एक अंश भी साझा किया।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने नेहरू को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनका एक उद्धरण साझा किया जिसमें उन्होंने कहा था कि भय दुनिया की सभी बुराइयों की जड़ है।
प्रियंका ने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘ दशकों के संघर्ष और असंख्य कुर्बानियों के बदले जब हमने आजादी हासिल की, तब भी ऐसे लोग थे जो भोली-भाली जनता को डराने और बहकाने की सियासत करते थे। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने डटकर उनका मुकाबला किया और आम जनता से कहा- ‘डरो मत!‘ ’’
उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘ जनता में डर फैलाने वाले लोग जनता के सच्चे प्रतिनिधि नहीं हो सकते। जनसेवक सीना तानकर सबसे आगे खड़े होते हैं ताकि लोग निडर होकर जी सकें। पंडित नेहरू जी ने जनता को हमेशा निडरता और नि:स्वार्थ सेवा की सीख दी तो दूसरी तरफ राष्ट्र निर्माण के हर पड़ाव पर जनता को सर्वोपरि रखा।’’
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने नेहरू को श्रद्धांजलि अर्पित की और याद किया कि 14 नवंबर 1949 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री के 60 वर्ष पूरे होने पर उन्हें अभिनंदन ग्रंथ भेंट किया गया था।
उन्होंने कहा,‘‘ 700 पेज के इस शानदार ग्रंथ की रचना के लिए जो संपादकीय बोर्ड था उसमें राजेंद्र प्रसाद, पुरोषोत्तमदास टंडन, सर्वपल्ली राधाकृष्णन, के एम मुंशी, गोविंद दास, विश्वनाथ मोरे, नंदलाल बोस, एस एच वात्स्यायन, और लंका सुंदरम जैसे प्रतिष्ठित लोग शामिल थे। दुनिया भर के सौ से अधिक हस्तियों और विद्वानों ने इस ग्रंथ में योगदान दिया था।’’
रमेश ने कहा कि गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी का भाषण बहुत संक्षिप्त था, लेकिन हमेशा की तरह इसमें बहुत कुछ कहने और व्यक्त करने की क्षमता थी। ‘‘आधुनिक भारत के निर्माता को सादर नमन।’’
कांग्रेस महासचिव एवं संगठन प्रभारी के.सी. वेणुगोपाल ने भी नेहरू को उनकी जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें आधुनिक भारत का निर्माता, गणतंत्र की नींव रखने वाला दूरदर्शी व्यक्ति तथा विश्व का ऐसा नेता बताया, जिसका दुनिया भर में हर देश वास्तव में सम्मान करता था।
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर कहा कि नेहरू ने भारत के भविष्य की कल्पना की और स्वतंत्रता, लोकतंत्र और प्रगति के अपने अथक प्रयास के माध्यम से इसे आकार दिया।
पार्टी ने कहा, ‘‘ उन्होंने एक आधुनिक और आत्मनिर्भर भारत की नींव रखी, जिससे उसे सितारों तक पहुंचने के लिए पंख मिले। आज हम उनकी बेजोड़ और अनुकरणीय विरासत का सम्मान करते हैं।’’
भाषा शोभना मनीषा
मनीषा
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