नयी दिल्ली, 30 जुलाई (भाषा) केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने मंगलवार को कहा कि आयुष को मुख्यधारा में लाना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मुख्य रणनीतियों में से एक है, जिसमें सुलभ, किफायती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल पर जोर दिया गया है।
जाधव ने राज्यसभा में एक सवाल के लिखित उत्तर में कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी (आयुष) के डॉक्टरों व पैरामेडिक्स की सहायता की जाती है, बशर्ते वे मौजूदा जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ स्थित हों।
उन्होंने कहा कि इसमें दूरस्थ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को प्राथमिकता दी जाती है।
आयुष को मुख्यधारा में लाने का कार्य एनएचएम के तहत सह-स्थित 13,222 आयुष सुविधा केन्द्रों में शुरू किया गया है जिनमें 6,612 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 3,035 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 469 जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा ब्लॉक स्तर पर या उससे ऊपर लेकिन जिला स्तर से नीचे 190 स्वास्थ्य सुविधाएं भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर तक विभिन्न अस्पतालों में 27,421 आयुष डॉक्टर और 4,581 पैरामेडिक्स तैनात हैं।
भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र अविनाश
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