महिला कांग्रेस ने ऑनलाइन सदस्यता अभियान शुरू किया, नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम की घोषणा की |

महिला कांग्रेस ने ऑनलाइन सदस्यता अभियान शुरू किया, नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम की घोषणा की

महिला कांग्रेस ने ऑनलाइन सदस्यता अभियान शुरू किया, नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम की घोषणा की

:   Modified Date:  September 15, 2024 / 07:59 PM IST, Published Date : September 15, 2024/7:59 pm IST

नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) महिला कांग्रेस ने अपनी स्थापना के 40 वर्ष पूरे होने पर रविवार को राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन सदस्यता अभियान शुरू किया और सदस्यों के लिए एक विशेष नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम की घोषणा की।

यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए महिला कांग्रेस प्रमुख अलका लांबा ने कहा, ‘‘आज महिला कांग्रेस के स्थापना दिवस पर हम महिला कांग्रेस की वेबसाइट शुरू करने जा रहे हैं। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस पहली बार एक राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन सदस्यता अभियान की शुरुआत करने जा रही है। इसलिए अब देश भर से जो बहनें पूछती थीं कि ‘महिला कांग्रेस से कैसे जुड़ें’, उनके लिए अब यह सरल हो गया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आज हम अपनी वेबसाइट शुरू करने के साथ-साथ पहली बार महिला कांग्रेस का देशव्यापी सदस्यता अभियान भी शुरू करने जा रहे हैं। एक क्लिक पर देश की सभी बहनें अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की सदस्य बनेंगी।’’

उन्होंने कहा कि महिला कांग्रेस की सदस्य बनने वाली सभी महिलाओं को तीन दिवसीय नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा, जिसे जल्द ही शुरू किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण का कानून बन गया है लेकिन इसे लागू नहीं किया जा रहा है।

महिला कांग्रेस को उसके स्थापना दिवस पर दिये गये अपने संदेश में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि संगठन पहली बार एक नई वेबसाइट के साथ देशव्यापी सदस्यता अभियान शुरू कर रहा है।

खरगे ने कहा, ‘‘सदस्य किसी भी संगठन के प्राण होते हैं। खासकर जब नए सदस्य संगठन में शामिल होते हैं, तो वे खुद को साबित करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और इससे संगठन का विस्तार होता है। मुझे विश्वास है कि सदस्यता अभियान में हमें देशभर में अपनी वैचारिक शक्ति का प्रचार करने का भी मौका मिलेगा।’’

खरगे ने कहा, ‘‘महिलाएं कांग्रेस संगठन की बहुत मजबूत ताकत रही हैं। सरदार पटेल को बारदोली में ‘सरदार’ की उपाधि महिला शक्ति ने दी थी। कमला नेहरू, सरोजिनी नायडू, अरुणा आसफ अली, राजकुमारी अमृत कौर जैसी कई महिला नेताओं ने ब्रिटिश शासन को हिलाकर रख दिया था।’’

उन्होंने कहा कि महिला कांग्रेस की स्थापना करने वालीं भारत रत्न इंदिरा गांधी को देश की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में अपने काम से छोड़े गए प्रभाव के लिए एक मिसाल के रूप में उद्धृत किया जाता है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस संगठन में सोनिया गांधी की कड़ी मेहनत और योगदान को एक उदाहरण के रूप में उद्धृत किया जाता है।

खरगे ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी में महिला शक्ति हमेशा मुख्यधारा में रही है। आजादी के बाद 1947 में सरोजिनी नायडू देश की पहली महिला राज्यपाल बनीं। 1963 में श्रीमती सुचेता कृपलानी देश की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं। इंदिरा जी 1966 में पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं। प्रतिभा पाटिल 2007 में पहली महिला राष्ट्रपति बनीं। मीरा कुमार 2009 में पहली महिला लोकसभा अध्यक्ष बनीं। यह सब कांग्रेस का योगदान है।’’

खरगे ने कहा कि लगभग 14 लाख निर्वाचित महिलाओं को पंचायती राज व्यवस्था में जो शक्ति मिली है, वह भी कांग्रेस की दूरदर्शिता की वजह से है।

भाषा संतोष नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers