छत्रपति संभाजीनगर, 23 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी और सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से जुड़े मामले में गिरफ्तार वाल्मिक कराड को पेट दर्द की शिकायत के बाद बीड के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
बुधवार को बीड की एक अदालत ने कराड को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था।
सिविल अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कराड ने बीड जेल ले जाने के बाद पेट दर्द की शिकायत की। जेल प्रशासन ने इस बारे में बीड सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधिकारियों को रात में पत्र लिखा। इसके बाद डॉक्टरों की एक टीम ने जेल में उसकी जांच की और दवाएं दीं।
अधिकारी ने कहा, “दवाई देने के बाद भी दर्द से आराम न मिलने पर कराड को बुधवार रात करीब 10:30 बजे सिविल अस्पताल लाया गया। कराड को सेमी आईसीयू वार्ड में रखा गया है। उनका स्वास्थ्य परीक्षण आज (बृहस्पतिवार) किया जाएगा। सर्जन उसकी जांच कर रहे हैं और आज उसके कुछ स्वास्थ्य परीक्षण किए जाएंगे।”
बुधवार को एक अन्य अधिकारी ने बताया था कि कराड को खांसी, सर्दी और बुखार था जिसके चलते सुबह उसे जांच के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन कराड की स्थिति सामान्य थी।
मारे गए सरपंच संतोष देशमुख के भाई धनंजय देशमुख ने बुधवार को कहा कि आतंक का माहौल पैदा करने वाले किसी भी आरोपी को जमानत नहीं मिलनी चाहिए।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कराड के वकीलों द्वारा किए गए एक आवेदन पर अदालत ने कराड को जेल में सीपीएपी (निरंतर सकारात्मक वायुदाब) मशीन का उपयोग करने की अनुमति दी है, जो स्लीप एपनिया के इलाज में मदद करती है।
स्लीप एपनिया एक विकार है, जिसमें नींद के दौरान बार-बार सांस रुकने और शुरू होने की समस्या होती है।
मासजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख का नौ दिसंबर को अपहरण कर प्रताड़ित किया गया और फिर हत्या कर दी गई थी। प्रारंभिक जांच में पता चला था कि देशमुख ने एक ऊर्जा कंपनी से जबरन वसूली के प्रयास का विरोध किया था।
कराड ने 31 दिसंबर को पुणे में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था और उसे जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार किया गया था। 14 जनवरी को कराड के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
राज्य पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने अदालत को बताया था कि देशमुख की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह एक ऊर्जा कंपनी से 2 करोड़ रुपये की वसूली योजना सफल नहीं होने दे रहे थे। हत्या के समय कराड हत्यारों के साथ फोन पर संपर्क में था।
भाषा राखी मनीषा
मनीषा
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