महाराष्ट्र सरकार को कैबिनेट बैठक में मराठा कोटा पर निर्णय लेना चाहिए : संभाजी छत्रपति |

महाराष्ट्र सरकार को कैबिनेट बैठक में मराठा कोटा पर निर्णय लेना चाहिए : संभाजी छत्रपति

महाराष्ट्र सरकार को कैबिनेट बैठक में मराठा कोटा पर निर्णय लेना चाहिए : संभाजी छत्रपति

:   Modified Date:  September 23, 2024 / 04:47 PM IST, Published Date : September 23, 2024/4:47 pm IST

छत्रपति संभाजीनगर, 23 सितंबर (भाषा) राज्यसभा के पूर्व सदस्य संभाजी छत्रपति ने सोमवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार को आज मंत्रिमंडल की बैठक में मराठा आरक्षण की मांग पर निर्णय लेना चाहिए।

वर्ष 2022 में ‘स्वराज्य’ संगठन का गठन करने वाले संभाजी ने कहा कि विपक्षी दलों को राज्य सरकार से यह भी पूछना चाहिए कि वह आरक्षण कैसे प्रदान करेगी।

संभाजी, छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज हैं।

पूर्व सांसद संभाजी जालना जिले के अंतरवाली सराटी गांव में संवाददाताओं से बात कर रहे थे, जहां उन्होंने कार्यकर्ता मनोज जरांगे से मुलाकात की, जो मराठा आरक्षण की मांग को लेकर 16 सितंबर की मध्यरात्रि से छठी बार भूख हड़ताल पर हैं।

इस साल फरवरी में महाराष्ट्र विधानसभा ने शिक्षा और सरकारी नौकरियों में मराठा समुदाय के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान करने वाला विधेयक पारित किया था। लेकिन जरांगे मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी में शामिल करने पर जोर दे रहे हैं।

जरांगे, सभी कुनबी (कृषक) और उनके ‘‘सगे सोयरे’’ (रक्त संबंधियों) को मराठा के रूप में मान्यता देने के लिए ओबीसी प्रमाण पत्र की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं।

संभाजी छत्रपति ने कहा, ‘‘आज कैबिनेट (बैठक) है और इसमें निर्णय लिया जाना चाहिए। हां या नहीं (जारंगे की आरक्षण मांगों के बारे में) सूचित किया जाना चाहिए।’’

पूर्व सांसद ने कहा, ‘‘मैं सरकार को बताना चाहता हूं कि शाहू महाराज द्वारा दिये गए आरक्षण में मराठा समुदाय को भी शामिल किया गया था।’’

उन्होंने कहा कि अगर सरकार जरांगे के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर नहीं है, तो फिर सत्ता में रहने का क्या फायदा है। उन्होंने कहा कि जरांगे की मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, उनके स्वास्थ्य की स्थिति ठीक नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर कुछ भी गलत हुआ तो आप (सरकार) इसके लिए जिम्मेदार होंगे। विपक्ष और सत्ताधारी दलों को एक साथ आकर यह बताना चाहिए कि वे (आरक्षण) दे सकते हैं या नहीं।’’

संभाजी छत्रपति ने कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं और ऐसा लगता है कि उन्हें मनोज जरांगे, मराठा या बहुजन समुदाय नहीं चाहिए। इसे सहन नहीं किया जाएगा।’’

विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ जरांगे के आंदोलन का समर्थन करने से काम नहीं चलेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष को भी इस बारे में बोलना चाहिए। अगर जरांगे आरक्षण की मांग के लिए विशेष सत्र की मांग कर रहे हैं, तो इसे बुलाया जाना चाहिए। सवाल किये जाने चाहिए कि 10 प्रतिशत आरक्षण कैसे कायम रहेगा।’’

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) बीड के सांसद बजरंग सोनवणे ने भी रविवार रात जरांगे से मुलाकात की।

बैठक के बाद सोनवणे ने कहा, ‘‘हम मनोज जरांगे के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं।’’

जरांगे, अंतरवाली सराटी में भूख हड़ताल कर रहे हैं, वहीं ओबीसी कोटे में छेड़छाड़ नहीं करने की मांग को लेकर एक जवाबी आंदोलन गांव के पास लक्ष्मण हाके द्वारा किया जा रहा है।

भाषा सुभाष माधव

माधव

 

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