Nanded Hospital: नांदेड़। महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में मौत का आंकड़ा अब 24 से बढ़कर 31 हो गया है। इस घटना पर कांग्रेस नेता अतुल लोंढे पाटिल का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि आज की जानकारी के अनुसार नांदेड़ अस्पताल में 12 और नवजात शिशुओं की मौत हो गई है। अब कुल मौतों की संख्या 24 हो गई है। यह केवल राज्य में वर्तमान सरकार की ओर से प्रबंधन और शासन की कमी के कारण है। यह सरकार ज्यादातर कार्यक्रम बनाने और सुर्खियां बटोरने में लगी हुई है।
हाल ही में, उन्होंने एक नया अस्पताल शुरू किया है जिसमें आधे कर्मचारी शामिल हैं। नांदेर से स्थानांतरित कर दिया गया है। एमआरआई मशीनों के लिए कोई वार्षिक रखरखाव अनुबंध नहीं है। अस्पताल में चिकित्सा उपकरणों की कमी है, दवाओं और डॉक्टरों की कमी है। इसलिए, राज्य की वर्तमान सरकार इस घटना के लिए पूरी तरह जिम्मेदार है।
मौत की इन घटनाओं पर अस्पताल प्रशासन की ओर से एक प्रेस नोट जारी किया गया है। इन नोट में कहा गया है कि प्राइवेट अस्पतालों से गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल में रेफर किया गया। ये मरीज लास्ट स्टेज में जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए। प्रेस नोट के मुताबिक 30 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच 24 मरीजों की मौत हुई। इनमें से 12 वयस्क मरीज (05 पुरुष, 07 महिला) और 12 बच्चे थे।
#WATCH | Nagpur: On the death of 24 patients in Dr Shankarrao Chavan Medical College and Hospital in Nanded, Congress leader Atul Londhe Patil says, "12 more newborn babies have died in Nanded hospital as per today's information. Now, the total number of deaths is 24. This is… pic.twitter.com/YL3jCaDevV
— ANI (@ANI) October 3, 2023
Nanded Hospital: मौत की वजह बताते हुए अस्पताल प्रशासन ने कहा कि जिनकी मौत हुई उनमें व्यस्क मरीजों में 4 हृदय रोग, 1 जहर, 1 गैस्ट्रिक रोग, 2 किडनी रोग, 1 प्रसूति संबंधी जटिलताएं, 3 दुर्घटना एवं अन्य बीमारियों तथा 4 बच्चे ऐसे थे जो लास्ट स्टेज में जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए। पिछले 2 दिनों में नांदेड जिले और अन्य जिलों से अधिक गंभीर मरीज, खासकर लाइलाज बिमारी वाले मरीज इस सरकारी अस्पताल में भर्ती हुए थे। वहीं अस्पताल प्रशासन ने कहा कि दवाओं की कोई कमी नहीं है। अस्पताल में आवश्यक दवाएं मौजूद हैं।