Mahakumbh 2025

Mahakumbh 2025 : विदेशी संतों को भाया सनातन संस्कृति का महापर्व, महाकुंभ के आयोजन में शामिल हुए नेपाल, स्पेन व जापान के विदेशी श्रद्धालु

Mahakumbh 2025 : विदेशी संतों को भाया सनातन संस्कृति का महापर्व, महाकुंभ के आयोजन में शामिल हुए नेपाल, स्पेन व जापान के विदेशी श्रद्धालु

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Modified Date: December 15, 2024 / 11:29 PM IST
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Published Date: December 15, 2024 11:29 pm IST

प्रयागराज।Mahakumbh 2025 : प्रयागराज महाकुम्भ के आयोजन से पहले ही महाकुम्भ नगर में देश विदेश से साधु संत अपना शिविर लगाने आने लगे हैं। अखाड़ों की धर्म ध्वजा, नगर प्रवेश और कुम्भ छावनी प्रवेश यात्रा की परंपरा में महाकुम्भ मेला क्षेत्र पहुंचे विदेशी साधु संतों को भी महाकुम्भ की नव्य व्यवस्था रास आ रही है। श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े की छावनी प्रवेश यात्रा में शामिल हुईं। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर सोम गिरी उर्फ पायलट बाबा की जापानी शिष्या योग माता और महामंडलेश्वर केको केई का कहना है कि जूना अखाड़े की छावनी प्रवेश यात्रा से आगामी महाकुम्भ के आयोजन का अंदाजा लगने लगा है। उनके मुताबिक, हवाई संपर्क से लेकर सड़क और रेल परिवहन की व्यवस्था अच्छी है।

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वहीं नेपाल से आई महिला संत और जूना अखाड़े की महामंडलेश्वर हेमा नन्द गिरी का कहना है, “ संतों का सौभाग्य है कि जिस प्रदेश में महाकुम्भ का आयोजन हो रहा है, वहां के मुख्यमंत्री भी एक संत हैं। इस आयोजन को लेकर उनकी तरफ से जैसी तैयारियां चल रही हैं उससे सनातन धर्म का प्रचार प्रसार नेपाल सहित दुनिया के विभिन्न देशों में अब तेजी से हो रहा है।” प्रयागराज महाकुम्भ को दिव्य, भव्य और स्वच्छ स्वरूप देने के साथ ही डिजिटल महाकुम्भ की परिकल्पना से विदेशी संत भी खुश हैं। स्पेन से अखाड़ों के विभिन्न आयोजनों में हिस्सा लेने आईं जूना अखाड़े की अवधूत अंजना गिरी (पूर्व नाम एंजिला) का कहना है कि पिछले 30 वर्षों से वह लगातार यहां कुम्भ और महाकुम्भ में अपने गुरु के साथ आती रही हैं लेकिन इस बार महाकुम्भ की अनुभूति अलग है।

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Mahakumbh 2025 : उन्होंने कहा कि, स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाने और डिजिटल माध्यम से सूचना उपलब्ध कराए जाने से विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए मेले का आनंद उठाना सुगम होगा। फ्रांस से महाकुम्भ में जूना अखाड़े के आयोजन में शामिल होने आए ब्रूनो गिरी कहना है कि महाकुम्भ के आयोजन में वह पहले भी दो बार आए चुके हैं लेकिन इस बार शहर बदला बदला सा लगता है, उत्सव की अनुभूति होती है।

 

महाकुंभ से जुड़े सामान्य प्रश्न

1. महाकुंभ 2025 कब होगा?

महाकुंभ 2025 का आयोजन 2025 में इलाहाबाद (प्रयागराज) में होगा। यह महाकुंभ माघ मेला के दौरान होगा, जो जनवरी से फरवरी तक आयोजित होगा।

2. महाकुंभ 2025 में कौन-कौन सी प्रमुख तिथियाँ हैं?

महाकुंभ 2025 में प्रमुख स्नान तिथियाँ जैसे मकर संक्रांति, बसंत पंचमी, और शिवरात्रि प्रमुख होंगी। exact dates की जानकारी आयोजकों द्वारा समय पर दी जाएगी।

3. महाकुंभ 2025 में आने के लिए यात्रा के लिए कौन सी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी?

महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज में विभिन्न यात्रा सुविधाएँ जैसे ट्रेनों, बसों, और विशेष टेम्पो ट्रैवल्स की सुविधा होगी। यहाँ पर बेहतर यातायात व्यवस्था और पयर्टक सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी।

4. महाकुंभ 2025 में भाग लेने के लिए क्या तैयारी करनी होगी?

महाकुंभ 2025 में भाग लेने के लिए आपको पहले से अपनी यात्रा की योजना बनानी होगी, साथ ही श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाओं और सुरक्षा उपायों का पालन करना होगा। पूजा, स्नान और अन्य धार्मिक क्रियाओं के लिए आवश्यक वस्तुएँ साथ लानी चाहिए।

5. क्या महाकुंभ 2025 में विदेशी श्रद्धालु भी शामिल हो सकते हैं?

हां, महाकुंभ 2025 में विदेशी श्रद्धालु भी शामिल हो सकते हैं। उन्हें विशेष वीजा और यात्रा नियमों का पालन करना होगा, और आयोजक उनके लिए भी सुविधाओं का प्रबंध करेंगे।

 

 

 

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