नई दिल्लीः Jagannath Rath Yatra ओडिशा के पुरी में वार्षिक भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा आज से शुरू होने जा रही है। पुरी जगन्नाथ धाम सज-धजकर तैयार है। स्नान पूर्णिमा पर बीमार हुए भगवान जगन्नाथ आज सुबह ठीक हुए, इसलिए रथयात्रा से पहले होने वाले उत्सव भी आज ही मनाए जा रहे हैं। आषाढ़ मास की द्वितीया को होने वाले इस भव्य आयोजन में देश-विदेश से 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने के अनुमान है। पुरी में रथयात्रा के मद्देनजर भारी संख्या में जवानों को तैनात किया गया है। पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) फीचर से लैस कैमरों और ड्रोन से निगरानी की जाएगी।
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Jagannath Rath Yatra परंपरा के अनुसार सबसे पहले जगन्नाथ महाप्रभु के नंदीघोष रथ, इसके बाद देवी सुभद्रा के दर्पदलन एवं अंत में भाई बलभद्र के तालध्वज रथ को खींचकर लाया गया। रविवार को कई स्तरों पर धार्मिक अनुष्ठान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शाम में प्रतीकात्मक तौर पर रथ खींचा जाएगा। इसके बाद सोमवार को रथयात्रा की शेष प्रक्रिया पूरी होगी।
इस वर्ष रथयात्रा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु भी शामिल होंगी। वह शनिवार की शाम भुवनेश्वर पहुंच गई। ओडिशा के चार दिवसीय दौरे पर पहुंची राष्ट्रपति रविवार को रथयात्रा में शामिल होंगी। मालूम हो कि इस वर्ष भक्तों को महाप्रभु के नवयौवन वेश का दर्शन नहीं हो पाया, क्योंकि इस वर्ष रथ यात्रा के पहले दिन रविवार को ही नवयौवन और नेत्रोत्सव विधि संपन्न की जाएगी।
आज महाप्रभु जगन्नाथ, देवी सुभद्रा, प्रभु बलभद्र एवं चक्रराज सुदर्शन को पहले सिंहद्वार के सामने सुसज्जित रथों पर रथारूढ़ किया जाएगा। इसके बाद रविवार को प्रतीकात्मक रूप से रथ खींचा जाएगा और फिर सोमवार को लाखों भक्तों के जयघोष के बीच महाप्रभु नौ दिनों की यात्रा पर मौसी के घर पहुंचेंगे। बहरहाल, महाप्रभु के स्वागत के लिए मंदिर मार्ग (बड़दांड) को सजाया जा रहा है।