एलआईसी की वेबसाइट हिंदी थोपने के लिए प्रचार मशीन बनकर रह गई है : स्टालिन |

एलआईसी की वेबसाइट हिंदी थोपने के लिए प्रचार मशीन बनकर रह गई है : स्टालिन

एलआईसी की वेबसाइट हिंदी थोपने के लिए प्रचार मशीन बनकर रह गई है : स्टालिन

:   Modified Date:  November 19, 2024 / 04:54 PM IST, Published Date : November 19, 2024/4:54 pm IST

चेन्नई, 19 नवंबर (भाषा)तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने मंगलवार को भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की वेबसाइट पर हिंदी भाषा के इस्तेमाल पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि वेबसाइट को हिंदी थोपने के लिए एक प्रचार उपकरण बना दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स पर एलआईसी के हिंदी वेबपेज का ‘स्क्रीनशॉट’ साझा करते हुए लिखा, ‘‘एलआईसी की वेबसाइट हिंदी थोपने के लिए प्रचार साधन बनकर रह गई है। यहां तक ​​कि अंग्रेजी चुनने का विकल्प भी हिंदी में प्रदर्शित किया गया है!’’

उन्होंने दावा किया कि यह कुछ और नहीं बल्कि जबरन सांस्कृति और भाषा को थोपना और भारत की विविधता को कुचलना है।

स्टालिन ने ‘हैशटैग हिंदी थोपना बंद करो’ के साथ पोस्ट किया, ‘‘एलआईसी की स्थापना सभी भारतीयों की सहायता के लिए की गइ थी। इसकी हिम्मत कैसे हुई कि वह अपने अधिकांश अंशदाताओं को धोखा दे? हम इस भाषाई अत्याचार को तत्काल वापस लेने की मांग करते हैं।’’

भाषा धीरज माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)