वाम, राजद ने केजरीवाल को जमानत दिए जाने का स्वागत किया |

वाम, राजद ने केजरीवाल को जमानत दिए जाने का स्वागत किया

वाम, राजद ने केजरीवाल को जमानत दिए जाने का स्वागत किया

:   Modified Date:  September 13, 2024 / 07:18 PM IST, Published Date : September 13, 2024/7:18 pm IST

नयी दिल्ली, 13 सितंबर (भाषा) वाम दलों और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत देने के उच्चतम न्यायालय के आदेश का स्वागत किया और भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार पर विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी राजा ने केजरीवाल को जमानत मिलने का स्वागत करते हुए कहा कि यह देखना बाकी है कि जमानत की शर्तों को संवैधानिक रूप से कैसे बरकरार रखा जा सकता है।

राजा ने कहा, ‘हम केजरीवाल को दी गई जमानत का स्वागत करते हैं। वह दिल्ली के निर्वाचित मुख्यमंत्री हैं। न्यायिक प्रक्रिया कैसे आगे बढ़ेगी, हमें इंतजार करना होगा।’’

राजा ने कहा, ‘‘कुछ शर्तें हैं, जैसे कि उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय में नहीं जाना चाहिए, जब तक उप राज्यपाल सहमत न हों, उन्हें कोई आधिकारिक फाइल नहीं देनी चाहिए… इसलिए इन शर्तों को संवैधानिक रूप से कैसे बरकरार रखा जा सकता है, हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा।’’

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत देने के उच्चतम न्यायालय के आदेश का स्वागत करते हैं। एक बार फिर, मोदी सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग कर विपक्षी नेताओं पर राजनीति से प्रेरित हमलों का खुलासा हुआ है।’’

माकपा नेता हन्नान मुल्ला ने आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कर विपक्ष को खत्म करने का प्रयास भाजपा की नीति है। उनके पास अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कुछ भी नहीं है; इसके बावजूद उन्हें जेल में रखा गया है।’’

राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने केंद्र पर सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ‘‘यह होना ही था। हमने देखा है कि उच्च न्यायालय ने हेमंत सोरेन मामले में क्या कहा था। पिछले 10 वर्षों में, फर्जी मामलों के सहारे ईडी, सीबीआई, आयकर (विभाग) का उपयोग करके राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने की संस्कृति विकसित की गई है।’’

भाषा हक हक अविनाश

अविनाश

 

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