विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर हिमाचल सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं: अग्निहोत्री |

विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर हिमाचल सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं: अग्निहोत्री

विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर हिमाचल सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं: अग्निहोत्री

:   Modified Date:  September 5, 2024 / 09:09 PM IST, Published Date : September 5, 2024/9:09 pm IST

शिमला, पांच सितंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ‘जानबूझकर’ ‘सरकार को अस्थिर करने’ और ‘सनसनी पैदा करने’ की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने राज्य विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार मंदिरों का सोना-चांदी गिरवी नहीं रख रही है।

कांग्रेस विधायक मलेंद्र राजन के प्रश्न और भाजपा के सुधीर शर्मा तथा जय राम ठाकुर के पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए अग्निहोत्री ने विपक्ष के नेता पर निशाना साधते हुए पूछा कि वह किस मंदिर के सोना-चांदी गिरवी रखने संबंधी प्रस्ताव की बात कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘सनसनी पैदा करने के लिए यह विपक्ष के नेता की कल्पना मात्र है और सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है तथा विपक्ष के नेता को जिम्मेदारी के साथ बोलना चाहिए।’’

पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर ने पहले पूछा था कि क्या सरकार के पास राज्य के मंदिरों का सोना और चांदी गिरवी रखने का कोई प्रस्ताव है।

सरकार द्वारा राज्य के कर्मचारियों के भुगतान स्थगित करने के निर्णय के बाद हिमाचल प्रदेश की वित्तीय स्थिति को लेकर जारी घमासान के बीच यह टिप्पणी आई है।

डमटाल राम गोपाल मंदिर पर मुख्य सवाल का जवाब देते हुए अग्निहोत्री ने कहा कि मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए स्वीकृत नौ करोड़ रुपये की राशि फिलहाल रोक दी गई है।

उन्होंने कहा कि भाषा एवं संस्कृति विभाग के सचिव की अध्यक्षता वाली समिति मंदिर के बारे में जानकारी एकत्र कर रही है तथा अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता वाली एक अन्य समिति मंदिर के जीर्णोद्धार का काम शुरू करेगी।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि डमटाल राम गोपाल मंदिर के पास 17,418 कनाल (88,11,017.2 वर्ग मीटर) भूमि है, जिसमें डमटाल में 16,000 कनाल (73,349.3 वर्ग मीटर), शाहपुर में 145 कनाल (73,349.3 वर्ग मीटर) और पठानकोट में 548 कनाल (2,77,210 वर्ग मीटर) भूमि शामिल है और इसमें 15 करोड़ रुपये की सावधि जमा है, लेकिन मंदिर की अपनी आय केवल दो करोड़ रुपये है।

उन्होंने कहा कि इस भूमि पर पांच होटल, 12 ‘क्रशर’, दो पेट्रोल पंप और कुछ अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान स्थित हैं और सरकार ने मंदिर पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा है।

अग्निहोत्री ने राज्य विधानसभा को बताया कि पिछले तीन वर्षों के दौरान मंदिर के विकास और जीर्णोद्धार पर 36 लाख रुपये की राशि खर्च की गई है।

भाषा

देवेंद्र पवनेश

पवनेश

 

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