ओडिशा के बालासोर जिले का बड़ा क्षेत्र अचानक आई बाढ़ से प्रभावित |

ओडिशा के बालासोर जिले का बड़ा क्षेत्र अचानक आई बाढ़ से प्रभावित

ओडिशा के बालासोर जिले का बड़ा क्षेत्र अचानक आई बाढ़ से प्रभावित

:   Modified Date:  October 26, 2024 / 03:25 PM IST, Published Date : October 26, 2024/3:25 pm IST

बालासोर (ओडिशा), 26 अक्टूबर (भाषा) ओडिशा के बालासोर जिले का एक बड़ा क्षेत्र दाना चक्रवात के बाद हुई भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से प्रभावित हुआ है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

पड़ोसी मयूरभंज जिले में सिमलीपाल पर्वतीय क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के चलते बालासोर जिले में बुधबलंगा, सोनो और कंसाबंसा नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।

राजस्व अधिकारियों के प्रारंभिक आकलन के अनुसार बालासोर जिले में ऊपदा, सोरो, खैरा, सिमुलिया प्रखंड सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।

बालासोर जिले में भारी बारिश के कारण बुधबलंगा, सोनो और कंसाबंसा नदियों का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। नीलगिरि क्षेत्र के करीब 20 गांव दो दिनों से जलमग्न थे, लेकिन शनिवार सुबह पानी कम हो गया।

राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा, “अब तक राज्य के किसी भी हिस्से में बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है। बुधबलंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है, लेकिन हम इस पर कड़ी नजर रख रहे हैं।”

ओडिशा अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “बालासोर अग्निशमन सेवा की बचाव टीमों ने शनिवार को दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे बालासोर के कथा संगदा, पीएस/प्रखंड-रेमुना से 10 फंसे हुए लोगों को बचाया गया।”

ओडिशा के पंचायत एवं पेयजल मंत्री रवि नारायण नाइक ने शनिवार को बालासोर में चक्रवात के बाद की समीक्षा बैठक के बाद कहा, “राज्य सरकार प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने की पूरी कोशिश कर रही है और चक्रवात के कारण बालासोर जिले में कोई हताहत नहीं हुआ है।”

मंत्री ने कहा, “प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।”

बालासोर के जिला कलेक्टर सूर्यवंशी मयूर विकास ने कहा, “नुकसान का आकलन किया जा रहा है, लेकिन बालासोर जिले के दक्षिणी हिस्से यानी खैरा, सिमुलिया, बहनागा, सोरो, ऊपदा और नीलगिरि प्रखंड जैसे इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इन इलाकों में करीब 40,000 घरों की बिजली आपूर्ति ठप्प हो गई है, लेकिन बिजली आपूर्ति बहाल करने का काम तेजी से जारी है और बहुत जल्द हम प्रभावित इलाकों में सामान्य स्थिति बहाल कर पाएंगे।”

उन्होंने कहा कि नुकसान आकलन रिपोर्ट सात दिन में तैयार कर ली जाएगी।

भाषा

जोहेब नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)