जयपुर, आठ जनवरी (भाषा) राजस्थान में नागौर जिले के सुरपालिया थाना क्षेत्र में सीमेंट कारखाने के लिये जमीन अधिग्रहण का विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को पुलिस ने बुधवार को हल्का बल प्रयोग कर वहां से हटाया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ने बताया कि सरासनी गांव में सीमेंट कारखाने के लिये अधिग्रहित की गई जमीन पर विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
कुमार के मुताबिक जवाब में पुलिस ने उन्हें वहां से हटाने के लिये हल्का बल का प्रयोग किया।
उन्होंने बताया कि कंपनी की ओर से कारखाने के लिये अधिग्रहित जमीन की कीमत को लेकर ग्रामीण विरोध प्रदर्शन कर रहे है।
ग्रामीणों के अनुसार उन्हें जो कीमत दी गई है वह कम है उसे बढ़ाया जाये और कंपनी अन्य किसानों की जमीन भी अधिग्रहित करे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बुधवार सुबह विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को जब कंपनी की अधिग्रहित जमीन पर घुसने की कोशिश करने पर रोका गया तो उन्होंने पुलिस दल पर पथराव किया लेकिन उसमें कोई चोटिल नहीं हुआ।
उन्होंने बताया कि विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें वहां से हटाया।
उन्होंने बताया कि विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को जिला कलेक्टर के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत की और अपना धरना समाप्त करने का फैसला किया।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने जिला पुलिस अधीक्षक पर कंपनी से रुपए लेने का आरोप लगाया है।
बेनीवाल ने ‘एक्स’ पर लिखा,‘‘नागौर जिले में सरासनी गांव की सरहद पर विगत काफी दिनों से सीमेंट कंपनी की मनमर्जी के विरुद्ध किसान लोकतांत्रिक रूप से धरने पर बैठे हैं।’’
उन्होंने लिखा कि किसानों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करवाने तथा किसानों के हक में लड़ाई लड़ने के लिए पार्टी सदैव किसानों के साथ खड़ी है।
भाषा कुंज पृथ्वी
राजकुमार
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