Khujli Gang: नई दिल्ली। अगर आप भी देश की राजधानी दिल्ली के रहने वाले हैं या फिर दिल्ली के मार्केट में शॉपिंग करने जा रहे हैं, खासतौर पर सदर बाजार में तो सावधान हो जाइए। क्योंकि दिल्ली की सड़कों में अब एक बार फिर ‘खुजली गैंग’ एक्टिव हो गया है। जो अपने शातिर अंदाज से लोगों के हाथ में पकड़ा सामना पार कर ले रहे हैं। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खबू वायरल हो रहा है।
वीडियो में आप देखेंगे कि गैंग का व्यक्ति शातिर तरीके से लोगों के पीछे से खुजली करने वाले पाउडर छिड़कता है जिसके बाद उसके पूरे शरीर में खुजली होने लगती है। खुजली मचते ही व्यक्ति हाथ में पकड़ा सामान साइड में रख कपड़े उतारता है और खुजाने लग जाता है। इस गैंग में शामिल बदमाश इसी का फायदा उठाते हैं और सामान गायब लेकर फरार हो जाते हैं।
बता दें कि सदर बाजार में खुजली गैंग अपनी वारदात के दौरान कई सीसीटीवी में कैद हो गया हैं। सदर बाजार एसएचओ हीरा लाल और उनकी टीम ने खुजली गैंग के दो बदमाशों को पकड़ लिया। वहीं, इस घटना को अंजाम देने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। देखें वीडियो..
देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ‘खुजली गैंग’ एक्टिव
▶गैंग शातिर तरीके से लोगों के पीछे से खुजली करने वाले पाउडर छिड़कते हैं. जिसके बाद उसके पूरे शरीर में खुजली होने लगती है. वो अपने कपड़े तक उतारने के लिए मजबूत हो सकता है. इस दौरान वो अपने सामान को साइड में रख देता है और इस… pic.twitter.com/vgDEfzO7kj
— IBC24 News (@IBC24News) July 15, 2024
12 साल बाद लौटा ‘खुजली गैंग’
बता दें कि खुजली गैंग ने अब से करीब 12 साल पहले भी सदर बाजार में इसी तरह सुर्खियां बटोरी थीं। लेकिन, उस समय न तो इतने सीसीटीवी कैमरे थे और न हीं लोग इतने सजग थे। अब एक दशक के बाद फिर से दिल्ली में खुजली गैंग अपनी वारदात के दौरान कई सीसीटीवी में कैद हुए हैं।
किस पाउडर का करते हैं इस्तेमाल
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वारदात के वक्स वो जिस पाउडर का इस्तेमाल करते हैं वो बिच्छू घास होती है। आमतौर पर यह पहाड़ी इलाकों और जंगलों में पाई जाती है। अगर गलती से भी यह आपकी स्किन में टच हो जाए, तो उस हिस्से में तेज जलन और खुजली होने लगती है। इतना ही नहीं त्वचा पर फफोले भी पड़ जाते हैं। इस घास का साइंटिफिक नाम अर्टिका डाइओका है। कांटों लगे हरे रंग के पत्ते गैंग के लोग सुखा लेते हैं। फिर इसका पाउडर बनाकर चुटकी भर छिड़क देते हैं। इसकी जलन किसी बिच्छू के काटने जैसी होती है।