हरिद्वार, 31 जनवरी (भाषा) पूर्व भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन द्वारा की गयी गोलीबारी के विरोध में हरिद्वार के लक्सर में आयोजित महापंचायत में शिरकत करने जा रहे खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार को शुक्रवार को रास्ते में ही हिरासत में ले लिया गया। वहीं शक्ति प्रदर्शन की कोशिश में पथराव पर उतरे उनके समर्थकों को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। यह जानकारी पुलिस अधिकारियों ने दी।
पुलिस के अनुसार चैंपियन के साथ जारी तनातनी के बीच कुमार ने तीन दिन पहले शुक्रवार को लक्सर में महापंचायत का ऐलान किया था लेकिन बाद में उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी करके उसे स्थगित करने की घोषणा की थी। पुलिस के अनुसार इसके बावजूद सुबह से ही लक्सर में दूसरे प्रदेशों से उनके समर्थकों का आना शुरू हो गया। पुलिस के अनुसार भीड़ के जुटने की आशंका में पहले ही तमाम तिराहों और चौराहों पर बैरीकेडिंग लगाकर लोगों को रोकने का प्रयास किया गया था लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोग संपर्क मार्गों व दूसरे रास्तों से लक्सर के एक इंटर कालेज के मैदान में इकट्ठा हो गए।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार पुलिस को जैसे ही लोगों के कॉलेज के मैदान में इकट्ठा होने की जानकारी मिली तो पुलिस ने उन्हें वहां से हटाने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि इस दौरान लोगों की पुलिस से नोंकझोंक हुई और फिर उन्होंने पुलिस पर ईंट और मोटे पत्थरों से हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि हालात ख़राब होते देख भीड़ को तितर—बितर करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा।
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि महापंचायत को स्थगित किये जाने के बाद भी पुलिस प्रशासन ऐहतियात बरत रहा था और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे। उन्होंने बताया कि इसके बावजूद लक्सर में भीड़ पहुंच गयी और उसने पुलिस पर पथराव भी किया जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
पुलिस के अनुसार इससे पहले, लंबे समय से दोनों नेताओं के समर्थकों में जारी तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए कुमार को एहतियातन लच्छीवाला टोल प्लाजा पर हिरासत में ले लिया गया था। पुलिस ने बताया कि कुमार महापंचायत स्थगित करने के बावजूद लक्सर में जुटी अपने समर्थकों की भीड़ को संबोधित करने के लिए जा रहे थे।
डोईवाला पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि कुमार को लच्छीवाला टोल प्लाजा पर हिरासत में लिया गया और उन्हें डोईवाला पुलिस थाने लाया गया ।
पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए पत्रकार से नेता बने कुमार ने कहा, ‘‘लक्सर में महापंचायत के लिए जुटे लोगों को इससे निराशा होगी क्योंकि उनका नेता ही वहां नहीं पहुंच सका लेकिन एक नेता की पहली और सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी व्यक्तिगत हितों से ऊपर उठकर समाज में शांति कायम रखने में मदद करना है।’’
चैंपियन और कुमार में लंबे समय से जारी राजनीतिक प्रत़िद्धंदिता ने रविवार को तब हिंसक रूप ले लिया जब पूर्व भाजपा विधायक ने निर्दलीय विधायक कुमार के रूड़की स्थित कैंप कार्यालय के बाहर गोलीबारी की तथा उनके समर्थकों को अपशब्द बोलते हुए उनके साथ मारपीट भी की।
इस घटना की सूचना मिलने पर कुमार भी जवाबी प्रतिक्रिया में अपने समर्थकों के साथ चैंपियन के घर पहुंचे। एक वायरल वीडियो में वह भी आक्रामक मुद्रा में पिस्तौल हाथ में लिए दौड़ते दिखाई दिए। हांलांकि, वहां मौजूद पुलिस ने किसी तरह उन्हें शांत किया।
घटना के बाद कुमार और चैंपियन दोनों को गिरफ्तार किया गया। अदालत ने 27 जनवरी को जहां कुमार को जमानत पर रिहा कर दिया, वहीं चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
इससे गुज्जर समाज के लोग आक्रोशित हो गये और उन्होंने चैंपियन के खिलाफ पुलिस की इस कार्रवाई को ‘‘भेदभावपूर्ण’’ बताया। गुज्जरों ने बुधवार को चैंपियन के लंढौरा स्थित महल में एकत्रित होकर प्रशासन से उन्हें दो दिन के अंदर रिहा करने और ऐसा न होने पर पांच फरवरी से आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।
वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कुमार ने खानपुर से चैंपियन की पत्नी कुंवरानी देवयानी सिंह को पराजित किया था और तभी से दोनों नेताओं के बीच तनातनी चली आ रही है।
भाषा सं दीप्ति अमित
अमित
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)